शायन ने भारत के लिए लिखा, ‘मैं बहुत जल्द अपनी मातृभूमि की यात्रा करने वाला हूं, जहां मेरे सभी पूर्वजों का जन्म हुआ था।’ उन्होंने लिखा, ‘घर तो घर होता है।’ शायन अली ने लिखा, ‘एक सनातनी होने के नाते मैं यह साफ कर देना चाहता हूं कि मैं किसी भी अन्य धर्म के खिलाफ नफरत का हिस्सा नहीं बनूंगा। मैं आपकी मान्यताओं का सम्मान करता हूं और मैं चाहता हूं कि आप मेरे विश्वासों का सम्मान करें क्योंकि मेरी गीता मुझे हर व्यक्ति का सम्मान करना सिखाती है, चाहे उसका धर्म कोई भी हो!’
उन्होंने लिखा, ‘इस खास दिन पर, मैं उन सभी से माफी मांगना चाहता हूं जिन्हें मैंने अपने पूरे जीवन में जानबूझकर या अनजाने में चोट पहुंचाई है क्योंकि मैं लोगों को चोट पहुंचाकर अपने जीवन की इस खूबसूरत यात्रा की शुरुआत नहीं करना चाहता। आज मुझे अपनी जड़ों में वापस आने पर खुद पर बहुत गर्व महसूस हो रहा है। मुझे उम्मीद है कि मेरे पूर्वज भी ऐसा ही महसूस कर रहे होंगे। आप सभी को प्यार भेज रहा हूं। हरे कृष्ण।’