लाहौर उच्च न्यायालय के वकीलों के एक समूह ने बुधवार को स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के साथी सुखदेव की 117वीं जयंती मनाई और पाकिस्तान सरकार से महान स्वतंत्रता सेनानियों को ‘‘राष्ट्रीय नायकों’’ का दर्जा देने की मांग की।
भगत सिंह मेमोरियल फाउंडेशन से जुड़े वकील लाहौर उच्च न्यायालय के परिसर में एकत्र हुए और स्वतंत्रता सेनानी सुखदेव की जयंती के अवसर पर केक काटा गया।
इस अवसर पर एक प्रस्ताव भी पारित किया गया जिसमें लाहौर में एक सड़क का नाम सुखदेव के नाम पर रखने की मांग की गई। इसमें यह मांग भी की गई कि स्कूली पाठ्यक्रम में उन पर एक अध्याय शामिल किया जाना चाहिए और उनके नाम पर एक विशेष डाक टिकट या सिक्का जारी किया जाना चाहिए।
सुखदेव का जन्म 15 मई 1907 को पंजाब के लुधियाना में हुआ था।
कार्यक्रम के दौरान फाउंडेशन के अध्यक्ष इम्तियाज रशीद कुरैशी ने कहा कि समूह गर्व से इन स्वतंत्रता सेनानियों की जयंती और पुण्यतिथि मनाता है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार को भी उनके बलिदान को स्वीकार करना चाहिए और उन्हें देश का ‘‘राष्ट्रीय नायक’’ घोषित करना चाहिए।
ब्रिटिश सरकार ने शासन के खिलाफ साजिश रचने के आरोप में 23 मार्च, 1931 को भगत सिंह को राजगुरु और सुखदेव के साथ लाहौर में फांसी दे दी गई थी।