पाकिस्तान के पूर्व PM नवाज शरीफ ने आम चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के कारण गठबंधन सरकार बनाने के लिए प्रतिद्वंद्वी दलों से हाथ मिलाने का आह्वान किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग लड़ने के मूड में हैं, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि पाकिस्तान इस लड़ाई को बर्दाश्त नहीं कर सकता।

जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी द्वारा समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों ने अब तक 224 सीट के घोषित परिणाम में से 92 सीट जीतकर सबको हैरान कर दिया।

पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के लाहौर स्थित केंद्रीय सचिवालय में पार्टी समर्थकों को संबोधित करते हुए शरीफ (74) ने कहा कि उनकी पार्टी खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) द्वारा समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों की जीत सहित सभी पार्टियों के जनादेश का सम्मान करती है।

इमरान के समर्थकों ने जीती सबसे ज्यादा 92 सीटें

चुनाव आयोग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, 265 में से 224 निर्वाचन क्षेत्रों के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। खान की पार्टी द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों को 92 सीट मिलीं, जबकि पीएमएल-एन को 63 और पीपीपी को 50 सीट मिलीं। छोटी पार्टियों को 19 सीट मिलीं।

सरकार बनाने के लिए चाहिए 133 सीटें

देश में नयी सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को नेशनल असेंबली में 265 में से 133 सीट जीतनी होगी। एक उम्मीदवार की मौत के बाद एक सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था। कुल मिलाकर, बहुमत हासिल करने के लिए 336 में से 169 सीट की आवश्यकता है, जिसमें महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षित सीट भी शामिल हैं।

मतगणना अब भी जारी है। देश में बृहस्पतिवार को चुनाव धांधली के आरोप, छिटपुट हिंसा और मोबाइल इंटरनेट बंद रहने के बीच कराए गए थे।

किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करने के अपने रुख में बदलाव करते हुए शरीफ ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान को मुश्किलों से बाहर निकालने के लिए सभी राजनीतिक दलों को एक साथ बैठने और सरकार बनाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम बार-बार चुनाव नहीं करा सकते। हम सभी कल एक साथ बैठे थे, लेकिन नतीजे नहीं आने के कारण आपको संबोधित नहीं किया।’’

मिलकर सरकार बनाएंगे : शरीफ

तीन बार प्रधानमंत्री रहे शरीफ ने कहा, ‘‘बृहस्पतिवार के चुनावों के बाद हमारी पार्टी देश में सबसे बड़ी विजेता पार्टी बनकर उभरी है। पाकिस्तान को संकट से बाहर निकालने के लिए हम चाहते हैं कि अन्य पार्टियां गठबंधन सरकार बनाने के लिए हाथ मिलाएं।’’

पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘एजेंडा केवल खुशहाल पाकिस्तान है और आप जानते हैं कि हमने पहले क्या किया है।’’

उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ‘‘सभी को सद्भाव से बैठना चाहिए और पाकिस्तान को कठिनाइयों से बाहर निकालना चाहिए।’’

शरीफ ने दी इमरान को धमकी

इमरान खान का नाम लिए बिना शरीफ ने कहा, ‘‘जो लोग लड़ने के मूड में हैं, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि पाकिस्तान इस लड़ाई को बर्दाश्त नहीं कर सकता। पाकिस्तान को कम से कम 10 साल तक स्थिरता की जरूरत है क्योंकि यह पाकिस्तानियों के जीवन का मामला है।’’

शरीफ ने कहा कि वह पड़ोसी देशों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध विकसित करना चाहते हैं। शरीफ ने घोषणा की कि उन्होंने अपने छोटे भाई और पीएमएल-एन अध्यक्ष शहबाज शरीफ को गठबंधन सरकार के गठन के लिए पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के आसिफ अली जरदारी, जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (एफ) के प्रमुख फजलुर रहमान और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के खालिद मकबूल सिद्दीकी से संपर्क करने का काम सौंपा है।

मीडिया की खबरों के मुताबिक, पीपीपी के सह-अध्यक्ष जरदारी लाहौर पहुंच गए हैं और सरकार गठन के संबंध में पीएमएल-एन नेतृत्व से मुलाकात कर सकते हैं।

अप्रैल 2022 में इमरान खान के अपदस्थ होने के बाद पीएमएल-एन के नेतृत्व वाला गठबंधन 16 महीने तक सत्ता में रहा।

इससे पहले, पीटीआई अध्यक्ष बैरिस्टर गौहर खान ने पीपीपी और पीएमएल-एन के साथ गठबंधन करने से इनकार करते हुए कहा था कि उनकी पार्टी अपने दम पर संघीय सरकार बनाने की स्थिति में है।

पीपीपी और पीएमएल-एन के साथ गठबंधन सरकार बनाने का इरादा नहीं : गौहर खान

गौहर खान ने दावा किया कि उनकी पार्टी नेशनल असेंबली की 150 सीट जीत रही है और केंद्र में सरकार बनाने के लिए आवश्यक सीट हासिल करने में सक्षम होगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम पीपीपी और पीएमएल-एन के साथ गठबंधन सरकार बनाने का इरादा नहीं रखते हैं।’’ गौहर खान ने कहा, ‘‘हम केंद्र और पंजाब में सरकार बनाएंगे।’’

गौहर खान ने खैबर-पख्तूनख्वा के बुनेर क्षेत्र में एनए-10 सीट पर जीत हासिल की। पीटीआई के नेता और नेशनल असेंबली के पूर्व स्पीकर असद कैसर ने भी जीत दर्ज की है।

बृहस्पतिवार को हुए चुनाव के बाद नतीजों की घोषणा में लगातार देरी होती गई। ईसीपी ने पार्टियों, खासकर खान की पार्टी की आलोचना का सामना करने के बाद तेज गति से नतीजों को अद्यतन करना शुरू कर दिया। खान की पार्टी ने आरोप लगाया था कि उसका जनादेश चुराया जा रहा है।

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (71) जेल में हैं और उनके चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध है। खान की पार्टी के प्रत्याशियों ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा, क्योंकि देश के उच्चतम न्यायालय ने उनकी पार्टी को उसके चुनाव चिह्न क्रिकेट का ‘बल्ला’ से वंचित करने के चुनाव आयोग के फैसले को बरकरार रखा था।

मतदान बृहस्पतिवार शाम पांच बजे तक हुआ, लेकिन ईसीपी ने पहले आधिकारिक परिणाम की घोषणा 10 घंटे बाद बृहस्पतिवार देर रात तीन बजे की। इस देरी को लेकर कई लोगों ने चिंता व्यक्त की और नतीजों में हेरफेर किए जाने की आशंका जताई।

पीएमएल-एन नेता इशाक डार ने कहा कि 2024 के आम चुनावों में विजयी होने वाले निर्दलीय उम्मीदवार पार्टी के संपर्क में हैं। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘निर्दलियों ने हमसे संपर्क किया है और वे संविधान के अनुसार अगले 72 घंटों में किसी भी पार्टी में शामिल होंगे।’’

गृह मंत्रालय ने कहा है कि उसने परिणामों में देरी के संबंध में मीडिया और जनता के बीच जताई गई चिंताओं पर गौर किया है। मंत्रालय ने परिणामों की घोषणा में देरी के लिए ‘‘संचार की कमी’’ को जिम्मेदार ठहराया क्योंकि शांतिपूर्ण चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए मोबाइल सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था।

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