उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम लला की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के कुछ दिनों बाद बुधवार को भी राम मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा। अधिकारियों के अनुसार, 50,000 से अधिक लोगों ने रात भर मंदिर परिसर के बाहर डेरा डाला था।
बुधवार सुबह 7 बजे जब मंदिर के द्वार खुले तो सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद और महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे। ऐसा पिछले दिन मची अराजकता के बाद हुआ है।
अधिकारियों के मुताबिक उम्मीद से ज्यादा लोगों ने मंदिर के अंदर घुसने की कोशिश की थी। हालांकि बुधवार को यह सुनिश्चित करने के लिए बैरिकेड्स लगाए गए थे कि लोग कतार में खड़े हों और व्यवस्थित तरीके से प्रवेश करें।
डीजी (कानून और व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि दर्शन सुचारू रूप से शुरू हो गया है। भीड़ प्रबंधन के लिए कतार प्रणाली को मजबूत किया गया है और मंदिर के अंदर और बाहर आगंतुकों के सुचारू प्रवाह के लिए उचित चैनल लगाए गए हैं।”
प्रतिष्ठा समारोह के एक दिन बाद मंगलवार को करीब 5 लाख लोगों ने राम मूर्ति के दर्शन किये।भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कम से कम 8,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। मंगलवार शाम यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हालात का जायजा लेने के लिए अयोध्या पहुंचे थे।
मंदिर के गेट पर मौजूद लोगों ने कहा कि सीएम ने भीड़ से व्यक्तिगत अपील की थी: “दर्शन के लिए न परेशान हों। भीड़ सामान्य होने के बाद अयोध्या आएं (दर्शन करने में जल्दबाजी न करें, भीड़ सामान्य होने दें और फिर अयोध्या आएं।
सीएम ने वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को भी बुलाया और परिसर में भीड़ प्रबंधन प्रयासों की समीक्षा की थी।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिलाधिकारी ने आठ स्थानों पर मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए हैं। इन मजिस्ट्रेट को शांति, सुरक्षा, यातायात व लोक व्यवस्था के प्रबंधन के लिए लगाया गया है। श्रद्धालुओं के सुगम व सुरक्षित दर्शन हेतु अयोध्या पुलिस द्वारा सभी ड्यूटी प्वाइंटों पर पुलिस बल तैनात कर रही सतर्कता बरती जा रही है।
जनपद के सभी अन्तरजनपदीय बार्डर, बैरियर, चेक प्वाइंट पर पुलिस बल की ड्युटी लगाकर जनपद मे आने वाले सभी संदिग्ध वाहनों, व्यक्तियों की चेकिंग की जा रही है। साथ ही सभी महत्वपूर्ण स्थानों, होटल, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन पर संदिग्ध वाहनों, व्यक्तियों की जांच की जा रही है।
किसी भी तरह के अफवाह को रोकने के सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर भी सतर्क नजर रखी जा रही है। मुख्यमंत्री ने भीड़ के बीच लगातार आवश्यक सूचनाओं की उद्घोषणा करने के निर्देश भी दिए, साथ ही कहा कि नगर में स्वच्छता की स्थिति बनाए रखी जाए।