उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पहले इटावा सैफई के नाम से लोग डरते थे लेकिन अब हालात पूरी तरह से बदल चुके है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के गृह गांव में स्थापित सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का बुधवार को शुभारंभ करने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने आम जन मानस को संबोधित करते हुए पुराने वाक्ये का जिक्र करते हुए कहा कि एक समय 1996 में वह जयपुर से कानपुर आ रहे थे, उन्हें बताया गया रात में आगरा ही रुक जाइये आगे इटावा है,सैफई इलाका अच्छा नही है इसलिए मुझे आगरा ही रुकना पड़ा।
उन्होंने सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापना को लेकर नेताजी मुलायम सिंह यादव की तारीफ करते हुए कहा कि नेता जी मुलायम सिंह ने सैफई में आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना की। इसलिए उन्हें श्रद्धांजलि देते है। अगर यह नहीं बनता, तो पूरे लघु भारत के यहां दर्शन नहीं हो पाते। यहां पूरे देश से छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए आते हैं। योगी ने कहा कि पहले लोग इटावा और सैफई के नाम से डरते थे। पहले की सरकारों ने नारियल फोड़ करके शुरू तो कर दिया था, लेकिन पैसा नहीं दिया था। मैं कोरोना काल में यहां आया था, तब मैंने यहां हाल देखा।
सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हमारे पास 7 मेडिकल कॉलेज थे, उनको विकसित किया गया। ये मेरा है, ये तेरा है। यह सभ्य समाज को कलंकित करता है। पीएम मोदी ने पहले ही नारा दिया है कि‘सबका साथ सबका विकास‘। फिर इस तरीके के बयान सभ्य समाज को कलंकित करता है। डॉक्टरो का व्यवहार बहुत अच्छा होना चाहिए। एक डॉक्टर अगर किसी मरीज से बोल दे कि अब आप ठीक है, तो उसके आधा रोग वैसे ही ठीक हो जाता है। एक अच्छा डॉक्टर अच्छे व्यवहार से होता है।