पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में सोमवार को देसी बम बनाते समय तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। इसके बाद सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पुलिस और स्थानीय प्रशासन इस घटना को संज्ञान में लेने के बाद मौजूदा स्थिति को नियंत्रित करने में जुटे हैं। इस घटना के बाद आसपास के लोग खौफजदा हैं।
मृतकों की पहचान मामून मोल्लाह, सकीरुल सरकार, मुस्तकीन शेख के रूप में हुई है।
जिले के खैरतला निवासी मामून मुल्ला के घर पर रविवार की देर रात अवैध बम बनाने का काम चल रहा था। इसी दौरान अचानक किसी बम में विस्फोट हो गया। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।
इससे पहले भी पश्चिम बंगाल के कई जिलों में अवैध तरीके से बम बनाए जाने के मामलों में लोगों की जान जा चुकी हैं। फिलहाल, मौजूदा स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसबलों को तैनात कर दिया गया है।
इससे पहले 7 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के खैरासोल में एक निजी संस्था के स्वामित्व वाली कोयला खदान में भीषण विस्फोट में कम से कम सात खनिकों की मौत हो गई थी और सात अन्य घायल हो गए थे।
उस वक्त बचाव कार्य में लगे एक अधिकारी ने बताया था कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि कोयला उत्खनन के लिए आवश्यक सुरक्षा उपायों का पालन किए बिना विस्फोट किया गया। इसके परिणामस्वरूप यह दुर्घटना हुई।