गौतमबुद्ध नगर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम भारतवासियों का दायित्व बनता है कि एक तरफ वो लोग हैं जिनके लिए फैमिली फर्स्ट है। उनके जीवन का मिशन परिवार है। दूसरी तरफ मोदी जी के नेतृत्व में नेशन फर्स्ट का संकल्प है।
एक तरफ वो लोग हैं जिन्होंने जातिवाद के आधार पर सामाजिक तानेबाने को छिन्न-भिन्न किया। दूसरी तरफ सबका साथ सबका विकास के संकल्प के साथ काम करने वाला भाजपा परिवार है। यह है विकास और सकारात्मक सोच के साथ नेशन फर्स्ट की सोच। देश रहे हैं तो हम सब रहेंगे। एक वो भारत था जब लोग भूखे मर रहे थे, अन्नदाता किसान आत्महत्या कर रहा था, इंडस्ट्री बंदी की कगार पर थी, गुंडे जिस तरह की अराजकता फैलाते थे, दंगा होता था, कर्फ्यू होता था।
मैं किसी भी देश इस दौरान गया, वहां पर भारत के राजनयिकों ने मुझसे कहा कि हम लोग तो यहां काम कर रहे हैं, हमारे बूढ़े मां-बाप हैं, उनके लिए हमने फ्लैट के लिए पैसा जमा किया था, लेकिन आजतक नहीं मिला। मैंने कमेटी गठित की और कहा कि कमेटी की रिपोर्ट को लागू कर दो। हर एक बायर को उसका अधिकार मिले, इस प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाइए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी को 27 साल बाद, किसी को 21 साल बाद, किसी को 15 साल बाद उनका मकान मिले। हमारे लिए इससे अधिक खुशी क्या, जनता जनार्दन खुश है तो हम खुश हैं। लोग कहते हैं कि अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करते हैं तो डर नहीं लगता है, मैं कहता हूं कि पब्लिक अपने आपको सुरक्षित महसूस करे तो मेरी सुरक्षा उसी में है। इसीलिए यह कार्य जिस प्रतिबद्धता के साथ सरकार कर रही है, आप सबके सामने है।