यूपी के इटावा में एक पत्रकार अधिकारियों के चक्कर काटते-काटते इस कदर परेशान हो गया कि उसने आत्महत्या करने का फैसला ले लिया। यहां पत्रकार कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंचा और उसने पेट्रोल डालकर आत्महत्या करने की कोशिश की। लेकिन मौके पर मौजूद लोगों ने उसकी जान बचा ली।
इटावा जिले में एक पत्रकार अधिकारियों के सामने फरियाद लेकर पहुंचा लेकिन उसकी फरियाद को नहीं सुना गया। फिर बाद में पत्रकार ने वह सोचा इसके बारे में उसने कभी खुद नहीं सोचा होगा। दरअसल पूरा मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र के अंतर्गत कलेक्ट्रेट परिसर का है। यहां सोमवार को एक पत्रकार आशु चौहान अपनी फरियाद लेकर अधिकारियों के पास में पहुंचते हैं, लेकिन बाद में पत्रकार को निराशा हाथ लगती है और वह टूट जाता है। जिसके बाद वह आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाता है। फिर बाद में अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आत्महत्या करने का प्रयास करता है। वही मौके पर मौजूद लोगों के द्वारा पत्रकार को खुद को आग लगने से रोक लिया जाता है। पत्रकार आशु चौहान को जिला अस्पताल में भर्ती कराया जाता है।
सरकारी अस्पताल में भर्ती पत्रकार आशु चौहान ने जानकारी देते हुए बताया है कि आज से 1 महीने पहले महेरा चुंगी पर मौजूद एक राशन डीलर से किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था। जिसके डॉलर के लोगों ने उनके साथ मारपीट की और गाली गलौज की थी। इस मामले को लेकर थाने में प्रार्थना पत्र दिया गया था लेकिन मामले में कोई उचित कार्रवाई नहीं हुई। जिसको लेकर मैंने कई दफा एसडीएम और एडीएम साहब को प्रार्थना पत्र दिया लेकिन उस पर भी अमल नहीं दिया गया। आज सोमवार को जब मैं एडीएम से मुलाकात करने के लिए पहुंचा। मुझे उम्मीद थी कि एडीएम साहब मेरी मदद करेंगे। लेकिन उन्होंने कहा कि आप बार-बार क्यों आ जाते हो इस मामले में आप जिला फूड ऑफिसर से बात कीजिए। वही कोई भी अधिकारी मेरी मदद करता हुआ दिखाई नहीं दिया और इसीलिए मैंने पेट्रोल डालकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। पीड़ित पत्रकार मांग कर रहा है कि जिन लोगों ने उसके साथ अभद्रता और मारपीट की है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।