नीट एग्जाम में हुई अनियमितता को लेकर सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई हुई। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, “ये कोई व्यवस्थागत विफलता नहीं थी, इसलिए दोबारा परीक्षा नहीं कराई जा सकती।”
कोर्ट ने कहा, “यह लीक महज पटना और हजारीबाग में ही हुई है। ऐसे में दोबारा परीक्षा कराने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता।”
बता दें कि कोर्ट ने यह सुनवाई दोबारा से परीक्षा कराने के सवाल पर किया था।
इससे पहले, 23 जुलाई को भी सुप्रीम कोर्ट ने इस पर सुनवाई की थी। कोर्ट ने इस बात को स्वीकार किया था कि परीक्षा की प्रणाली में किसी भी प्रकार की खामी नहीं हुई है। ऐसे में दोबारा परीक्षा कराने का कोई मतलब नहीं है।
कोर्ट के इस फैसले पर बीजेपी नेता अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर पोस्ट कर कहा, “तीसरी बार असफल राहुल गांधी को संसद में देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने जानबूझकर राजनीतिक लाभ के लिए देश की परीक्षा प्रणाली में छात्रों के विश्वास को नष्ट करने के अवसर का उपयोग किया। ठीक वैसे ही जैसे वह सशस्त्र बलों, न्यायपालिका और ईसीआई जैसी अन्य संस्थाओं में लोगों के विश्वास को कमजोर करने की कोशिश की। उन्हें छात्र समुदाय से माफ़ी मांगनी चाहिए और उन्हें अपनी इस तरह की राजनीति से दूर रखना चाहिए।”
राहुल गांधी कई बार नीट एग्जाम में हुई धांधली को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साध चुके हैं। यही नहीं, बीते दिनों उन्होंने संसद में भी इस मसले का जिक्र कर मोदी सरकार को घेरा था, लेकिन अब जब सुप्रीम कोर्ट ने यह मान लिया है कि नीट परीक्षा में कोई धांधली नहीं हुई है, तो बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई है। खासकर राहुल गांधी इस हमले के केंद्र में हैं।
इससे पहले, गुरुवार को सीबीआई ने नीट परीक्षा में हुई अनियमितता को लेकर आरोपपत्र भी दाखिल किया था। इसमें मुख्य रूप से नीतीश कुमार और अमित आनंद दो मुख्य आरोपी बनाए गए है, जबकि आरोपपत्र में चार अन्य आयुष कुमार, अनुराग यादव, अभिषेक कुमार और शिवनंदन कुमार भी शामिल हैं। बिहार के दानापुर नगर परिषद के जूनियर इंजीनियर सिकंदर यादवेंदु का भी नाम भी इसमें शामिल है।