भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी और डॉ. मुरली मनोहर जोशी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिल चुका है। विश्व हिंदू परिषद के नेताओं ने उनके घर पहुंचकर दोनों नेताओं को निमंत्रण पत्र सौंपा है। इस बात की जानकारी खुद वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने दी।
विश्व हिंदू परिषद ने बयान जारी कर कहा है कि राम मंदिर आंदोलन के पुरोधा लाल कृष्ण आडवाणी और डॉ. मुरली मनोहर जोशी को अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने का निमंत्रण दिया गया है। निमंत्रण देते समय राम जन्मभूमि आंदोलन के बारे में भी बात हुई। दोनों वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि वह आने की पूरी कोशिश करेंगे।
इससे पहले राम मंदिर आंदोलन के अग्रणी नेताओं में शुमार बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी से अगले महीने होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होने का अनुरोध किया गया था। राम मंदिर निर्माण के लिए गठित श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को ये बात कही थी। चंपत राय ने संवाददाताओं से बातचीत में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आडवाणी और जोशी को आमंत्रित किए जाने के बारे में पूछे गए एक सवाल पर कहा था, ‘‘दोनों परिवार के बुजुर्ग हैं और उनकी उम्र को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया, जिसे दोनों ने स्वीकार कर लिया है।’’
आमंत्रित लोगों की विस्तृत सूची देते हुए राय ने कहा था कि स्वास्थ्य और उम्र संबंधी कारणों से आडवाणी और जोशी संभवत: अभिषेक समारोह में शामिल नहीं होंगे। आडवाणी अब 96 साल के हैं और जोशी अगले महीने 90 साल के हो जाएंगे। राय ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा से मिलने और उन्हें समारोह में आमंत्रित करने के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है।
बता दें कि 22 जनवरी को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मुख्य यजमान के रूप में शामिल होने वाले हैं। ऐसे में सारी तैयारियों को जल्द से जल्द पूरा किया जा रहा है। उद्घाटन के अगले ही दिन यानी 23 जनवरी से ही जनता को भगवान राम के दर्शन की अनुमति दे दी जाएगी। मंदिर के उद्घाटन के अवसर पर पीएम मोदी, सर संघचालक मोहन भागवत, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल और सभी ट्रस्टी राम मंदिर के प्रांगण में उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा कई अन्य गणमान्य भी राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम के साक्षी बनेंगे।
अयोध्या के कारसेवकपुरम में 1000 लोगों के लिए रैनबसेरा टाइप रुकने की व्यवस्था होगी। इसके अलावा 850 लोगों के रुकने की व्यवस्था टिन कंपार्टमेंट में होगी। धर्मशाला और दूसरे स्थानों पर 600 कमरों की व्यवस्था की गई है। राम मंदिर ट्रस्ट की उम्मीद है कि यह संख्या 1000 कमरे की हो जाएगी।