गाजियाबाद में धर्म परिवर्तन कराने वाले अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का खुलासा हुआ है। यह नेटवर्क लोगों का धर्मांतरण कराकर उन्हें जिहादी बनाता था। शुरुआती जांच में युवती समेत चार लोगों के धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया है। कुछ दिनों पहले भी गेमिंग ऐप से धर्मांतरण का मामला सामने आया था। ताजा मामले में हिरासत में लिए गए एक युवक की वॉट्सऐप चैट से पता चला है कि यह नेटवर्क पाकिस्तान, नेपाल समेत कई देशों में फैला है।

इस मामले का खुलासा नोएडा में नौकरी करने वाली एक युवती के धर्मांतरण की जांच के दौरान हुआ। खोड़ा निवासी एक व्यक्ति ने दो दिन पहले पुलिस से शिकायत की थी, जिसमें उसने बताया कि उसकी बेटी दो वर्ष से नोएडा सेक्टर-60 की एक कंपनी में नौकरी कर रही है। वहां राहुल अग्रवाल एक्जीक्यूटिव के पद पर कार्यरत है। करीब पांच-छह महीनों से उनकी बेटी अजीब हरकतें कर रही थी। नजर रखने पर पता चला कि वह दूसरे धर्म के रीति-रिवाज अपना रही थी। पिता के विरोध करने पर बेटी ने धर्मांतरण कर लेने की बात कहते हुए उन पर भी धर्म बदलने का दबाव डाला। बेटी का मोबाइल फोन खंगालने पर पता चला कि राहुल उसे दूसरे समुदाय के रीति-रिवाज सिखा रहा था। पुलिस के मुताबिक, ट्रांस हिंडन में रहने वाले राहुल अग्रवाल ने 2016 में धर्म परिवर्तन कर अपना नाम राहिल रख लिया था। उसके मोबाइल फोन से उकसावे वाली चैट मिलीं। वह पाकिस्तानी कट्टपंथियों की तकरीरें भी सुनता था।

गिरोह जरूरतमंद लोगों को चिह्नित कर छह महीने तक ब्रेनवॉश करता था। शुरुआत में मदद के जरिए भरोसा हासिल कर धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया जाता था। धर्मांतरण के बाद उन्हें जिहाद के लिए तैयार किया जाता था। नेटवर्क धर्मांतरण करने वाले लोगों को अधिक से अधिक लोगों को अपने धर्म में शामिल करने के लिए भी प्रेरित करता था।

अभी तक चार लोगों के धर्मांतरण की बात सामने आई है। इनमें युवती का धर्म परिवर्तन कराने वाला राहुल भी शामिल हैं। राहुल से पूछताछ कर धर्मांतरण का पाकिस्तानी कनेक्शन खंगाला जा रहा है, वह किन लोगों के संपर्क में था, इसका पता लगाया जा रहा।

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