राम नगरी अयोध्या में वन्य जीवों के अंग तस्करी के मामले में लखीमपुर खीरी दुधवा नेशनल पार्क में बाघों के मारे जाने के बाद से ही तस्करों की तलाश की जा रही थी। अयोध्या और गोंडा में छापेमारी के बाद पाए गए अवशेषों को वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट आफ इंडिया देहरादून के अनुशंधान केंद्र में परीक्षण कराया जाएगा। हालांकि इस मामले चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
अयोध्या डिविजनल फॉरेस्ट अधिकारी शितांसु पांडेय ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में बरामद किए गए वन्यजीवों के अवशेषों महंगे दामों में बेचा जाता था पकड़े गए बेचने के प्रयास में थे। जिसके अंतर्गत वन्य जीवों के अवशेषों को बेचते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया पकड़े गए लोगों के पास से बाघ के दांत मिले हैं। इसके अलावा चीते और जयकाल के नाखून मिले हैं। डीएफओ की माने तो अभी इस मामले पर छानबीन जारी है और पकड़े गए लोगों के निशानदेही पर आगे भी कार्रवाई की जा रही है वन्य जीवों के अंगों की तस्करी करने वाला गिरोह गोंडा से अयोध्या आया था अयोध्या से कहीं आगे जाकर वन्य जीवों के अंगों को बेचना चाहते थे। उन्होंने बताया कि इस मामले अभी इन्वेस्टिगेशन जारी है। इससे जुड़े अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है।