दिल्ली परिवहन निगम (DTC) के अनुबंधित बस चालकों और कंडक्टरों की हड़ताल के कारण राष्ट्रीय राजधानी में यात्रियों को सोमवार को खासी असुविधा का सामना करना पड़ा। डीटीसी कर्मी समान वेतन और बेहतर कामकाजी परिस्थितियों की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे थे, जिससे सार्वजनिक परिवहन में बाधा देखने को मिली।
डीटीसी ने बाद में अनुबंधित कर्मचारियों की मांगों और शिकायतों पर विचार करने के लिए अधिकारियों की एक समिति बनाई।
हड़ताल के कारण हजारों की संख्या में यात्री फंस गए, जिससे कई लोगों को मेट्रो का सहारा लेना पड़ा।
मेट्रो में सफर करने वाले लोगों की संख्या में अचानक वृद्धि के कारण कई मेट्रो स्टेशनों पर भारी भीड़ हो गई, जिससे लोगों को देरी हुई और यात्रियों में निराशा देखने को मिली।
डीटीसी कर्मचारी एकता यूनियन के अध्यक्ष ललित चौधरी ने दावा किया कि करीब 28,000 डीटीसी कर्मचारी अनुबंध पर कार्यरत हैं।
उन्होंन बताया कि अनुबंध पर काम करने वालों में 100 प्रतिशत कंडक्टर और लगभग 80 प्रतिशत ड्राइवर अस्थायी रूप से काम पर रखे गए हैं।
चौधरी ने यह भी कहा कि स्थायी कर्मचारियों के समान कार्य करने के बावजूद, उनका वेतन स्थायी कर्मचारियों की तुलना में पांचवा हिस्सा है। दिल्ली में बस स्टॉप और मेट्रो स्टेशनों पर अफरा-तफरी के दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हुए।