दिल्ली पुलिस ने भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए खेल मंत्रालय की ओर से गठित जांच समिति से रिपोर्ट मांगी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को कहा कि अभी तक डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ सात शिकायतें मिली हैं। इन सभी शिकायतों की जांच की जा रही है। अभी मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। यदि भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण के खिलाफ पुख्ता सबूत मिलते हैं तो प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।पुलिस अधिकारी ने यह भी बताया कि जांच के तहत हमने डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए खेल मंत्रालय की ओर से गठित जांच समिति से रिपोर्ट मांगी है। देश के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कई नामी पहलवान बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने वाली निगरानी समिति के निष्कर्षों को सार्वजनिक करने की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
बता दें कि केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने सिंह के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए दिग्गज मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम (MC Mary Kom) की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय निगरानी समिति की घोषणा की थी। इस बीच दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) को शिकायत मिली है कि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किया है।
शिकायतकर्ता ने आयोग को बताया है कि एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों ने आरोप लगाया है कि आरोपी भारतीय कुश्ती महासंघ में अपने कार्यकाल के दौरान उनका यौन उत्पीड़न किया है। आयोग ने इस पर पुलिस को नोटिस जारी किया है। शिकायतकर्ता ने आयोग को बताया कि इस संबंध में उन्होंने कनॉट प्लेस थाने में 21 अप्रैल को एक शिकायत दी थी। लेकिन कनॉट प्लेस के थानाध्यक्ष ने कोई कार्रवाई नहीं की।
शिकायतकर्ता ने कहा- 22 अप्रैल को थानाध्यक्ष को शिकायत की स्थिति के बारे में पूछने के लिए फोन किया गया, तो उन्होंने बताया कि कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। इतना ही नहीं पुलिस अधिकारी ने कहा कि सोमवार के बाद शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी। जब उसने अधिकारी से सोमवार तक प्राथमिकी दर्ज करने का आश्वासन मांगा, तो कहा गया कि वह इसकी गारंटी नहीं दे सकते हैं।
शिकायतकर्ता ने आयोग को बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बजाय, कुछ शिकायतकर्ताओं और उनके परिवार के सदस्यों को खेल विभाग, एमवाईएएस में तैनात एक आईपीएस अधिकारी के फोन शिकायतकर्ताओं की पहचान के बारे में पूछने के लिए आने लगे हैं।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मामले में दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने प्राथमिकी की कॉपी मांगी है और दिल्ली पुलिस से प्राथमिकी दर्ज करने में देरी के कारण बताने को कहा है। आयोग ने मामले में की गई गिरफ्तारियों का ब्योरा भी मांगा है।
इसके अलावा, आयोग ने शिकायतकर्ताओं को प्रदान की गई सुरक्षा के विवरण के साथ-साथ उन व्यक्तियों के विवरण भी मांगे हैं जिन्होंने खेल विभाग के अधिकारियों के साथ कथित रूप से मामले के बारे में जानकारी साझा की है। आयोग ने प्राथमिकी दर्ज करने में विफल रहने और शिकायतकर्ताओं का विवरण साझा करने में पुलिस अधिकारियों के खिलाफ उठाए गए कदमों का विवरण भी मांगा है। आयोग ने दिल्ली पुलिस को 25 अप्रैल तक कार्रवाई रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है।