तमिलनाडु पुलिस ने बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। ये एफआईआर ‘सनातन धर्म’ पर तमिलनाडु के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी को लेकर की गई है।
उदयनिधि स्टालिन के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने के आरोप में तमिलनाडु की तिरुचिरापल्ली पुलिस ने बुधवार (6 सितंबर) को अमित मालवीय के खिलाफ एफआईआर दायर की है।
डीएमके (DMK) ने अपनी शिकायत में कहा कि अमित मालवीय ने उनके नेता उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म के बारे में कही गई बात को तोड़-मरोड़कर पोस्ट किया है।
इस मामले में शहर पुलिस ने कहा कि विभिन्न वर्गों के लोगों के बीच वैमनस्य पैदा करने और दुश्मनी पैदा करने के लिए उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी को जानबूझकर गलत तरीके से पेश करने के लिए आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
तमिलनाडु की तिरुचिरापल्ली पुलिस ने बीजेपी नेता अमित मालवीय के खिलाफ धारा 153 ए, 504,505 1 (बी) के तहत एफआईआर दर्ज की है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने हाल ही में सनातन धर्म की तुलना डेंगू-मलेरिया से करते हुए इसे खत्म करने की बात कही थी, जिसके बाद अमित मालवीय ने एक्स (ट्विटर) पर उनकी वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि डीएमके नेता ने सनातन धर्म का पालन करने वाली 80 प्रतिशत आबादी के “नरसंहार” का आह्वान किया है।
इधर, तमिलनाडु के ही मदुरै में डीएमके कानूनी विंग के जिला आयोजक जे देवसेनन ने अयोध्या के द्रष्टा परमहंस आचार्य के खिलाफ शिकायत दी। डीएमके नेता ने बताया कि पिछले हफ्ते उन्होंने हमारे राज्य मंत्री उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ एक वीडियो प्रसारित किया था, जिसमें कहा गया था – ‘अगर कोई भी मंत्री का सिर लाता है तो उसे 10 करोड़ रुपये का उपहार दिया जाएगा।’
जे देवसेनन ने कहा कि उनका वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया है, वह आपत्तिजनक है और जनता को चिंतित कर रहा है। इसलिए मैंने एक शिकायत दी थी और उक्त शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है।