कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा धन शोधन मामले में तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री के पोनमुडी के परिसरों पर छापेमारी किये जाने की निंदा करते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि यह सब डराने-धमकाने और विपक्षी दलों को बांटने के लिए किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी दल डरने वाले नहीं हैं और वे भारतीय जनता पार्टी की इस प्रतिशोध की राजनीति के खिलाफ एकजुट हैं।
खरगे ने ट्वीट किया, “विपक्ष की महत्वपूर्ण बैठक से ठीक पहले तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री डॉ. के. पोनमुडी के खिलाफ ईडी की छापेमारी की हम निंदा करते हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष को डराने और बांटने के लिए इस तरह की कार्रवाई मोदी सरकार की ‘चिरपरिचित पटकथा’ बन गई है।
खरगे ने कहा, “हैरानी की बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अचानक वैचारिक रूप से विरोधी पार्टियों का गठबंधन बनाने की जरूरत महसूस हुई है।”
उन्होंने कहा, “सभी समान विचारधारा वाले दल मोदी सरकार की प्रतिशोध की राजनीति के खिलाफ एकजुट हैं और लोकतंत्र को कुचलने की इन कायरतापूर्ण तरकीबों से हम बिल्कुल नहीं डरेंगे।”
प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन मामले में सोमवार को द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता और तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री के पोनमुडी तथा उनके बेटे एवं सांसद गौतम सिगमनी के परिसरों पर छापेमारी की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि राजधानी चेन्नई के अलावा विल्लुपुरम में भी पोनमुडी और सिगमनी से जुड़े परिसरों पर तलाशी ली जा रही है।