शतरंज में सबसे अहम टूर्नामेंटों में से एक FIDE कैंडिडेट्स में 17 वर्षीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने इतिहास रच दिया है। वह 17 वर्ष की उम्र में खिताब जीतकर इतिहास रचने में सफल रहे। वह इस विश्व ख़िताब में सबसे कम उम्र में चैलेंजर बनने वाले खिलाड़ी हैं। इस साल के अंत में वह चीन के डिंग लिरेन से ताज के लिए भिड़ेंगे।
गुकेश इस मुकाबले में वह अमेरिका के हिकारू नाकामुरा के खिलाफ खेल रहे थे। अंतिम दौर में ड्रॉ खेलने के बाद उन्होंने 9 अंक अर्जित किये। उनसे पहले इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत से विश्वनाथन आनन्द ने जीत दर्ज की थी, गुकेश इस मामले में दूसरे भारतीय बन गए।
विश्वनाथन आनन्द ने साल 2014 में ख़िताब जीता था। गुकेश की सफलता को लेकर उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट लिखा और बधाई भी दी। विश्वनाथन आनन्द ने लिखा कि सबसे युवा चैलेंजर बनने के लिए बधाई। आपने जिस तरह कठिन परिस्थितियों में खेला और संभाला, उस पर मुझे व्यक्तिगत रूप से बहुत गर्व है।
Congratulations to @DGukesh for becoming the youngest challenger. The @WacaChess family is so proud of what you have done . I’m personally very proud of how you played and handled tough situations. Enjoy the moment
— Viswanathan Anand (@vishy64theking) April 22, 2024
गुकेश का प्रदर्शन निरंतर अच्छा होता जा रहा है। वह पिछले साल चीन के हांगझू में हुए एशियाई खेलों में भी धमाका करने में सफल रहे थे। उस दौरान उन्होंने रजत पदक अपने नाम किया था। आने वाले समय में उनसे और बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद है, वह वर्ल्ड चैम्पियनशिप में खेलेंगे।