देश की सबसे प्रतिष्ठित जांच एजेंसी सीबीआई (सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन) जहाँ देश के बड़े-बड़े चोर और ऐसे मामलों की जांच करती है, जिसे पुलिस या अन्य जांच एजेंसी भी नहीं खोल पाते, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि ट्रेन में सक्रिय अपराधियों ने सीबीआई को भी अपना शिकार बना लिया। पुष्पक एक्सप्रेस से सीबीआइ के अधिकारी अहम सुबूत लेकर भोपाल जा रहे थे। इसी बीच आधी रात को शातिर अपराधी ने उनका बैग गायब कर दिया। मामले की जानकारी जैसे ही जीआरपी झाँसी को हुई तो पूरे महकमे में हड़कम्प मच गया। मामला सीबीआइ से जुड़ा होने के चलते एसपी जीआरपी ने अपराधी को पकड़ने के लिए आधा दर्जन टीम लगाई थीं। ताबड़तोड़ दबिश देकर आरोपी को जीआरपी झाँसी ने पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि आरोपी सीबीआइ के सुबूत व अन्य सामान बाँग्लादेश भेजने वाला था।
इसी महीने की एक तारीख को लखनऊ-मुंबई पुष्पक एक्सप्रेस (12533) के वातानुकूलित कोच ए-1 की सीट नंबर 17 (साइड लोअर बर्थ) पर सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन के अधिकारी पहलवान सिंह एक बड़े मामले से जुड़े सबूत जुटाकर भोपाल के लिए यात्रा कर रहे थे। ट्रेन मध्य रात्रि लगभग 3 बजे वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन पहुँची तो इसी दौरान उनका बैग चोरी हो गया। इसमें कई अहम दस्तावेज, जांच में जब्त किए 4 मोबाइल फोन, मामले से जुड़ी 2 हार्ड डिस्क, 1 साक्षी सम्मन, आने-जाने का रेलवे वारंट, टिकट, पहचान पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड, 2500 रुपये के साथ ही उनका निजी मोबाइल फोन भी रखा था। जब सीबीआई अधिकारी जागे तो ट्रेन झांसी से काफी दूर निकल चुकी थी। इसके बाद उन्होंने मामले की सूचना भोपाल जीआरपी को देते मुकदमा झांसी जीआरपी को भेज दिया था। यहां जैसे ही वारदात की जानकारी एसपी जीआरपी मोहम्मद मुश्ताक सहित अन्य अधिकारियों को हुई तो उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए 6 टीम गठित कर अपराधियों की तलाश शुरू कर दी।
यहां सर्विलान्स टीम की अगुवाई करते हुए सीओ नईम मंसूरी ने अपराधियों की लोकेशन चोरी किए गए मोबाइल फोन के आधार पर खंगाली तो पता चला कि मोबाइल फोन पश्चिम बंगाल में मौजूद है। जीआरपी थाना प्रभारी पंकज कुमार पांडेय के नेतृत्व में टीम बंगाल पहुंची और यहाँ पश्चिम बंगाल पुलिस की मदद से आरोपियों को धर दबोचा। पकड़े गए आरोपी ने अपना नाम दिलबार अली उर्फ बिज्जू, निवासी ग्राम सासन थाना हेमताबाद जिला उत्तर दिनाजपुर (पश्चिम बंगाल) व नाबालिग आरोपी निवासी ग्राम शिवपुर थाना कलियागंज जिला उत्तर दिनाजपुर (पश्चिम बंगाल) बताया है। आरोपियों के पास से उक्त चोरी किया सामान भी जीआरपी ने बरामद कर लिया है। खुलासा करने वाली टीम को एसपी जीआरपी ने 25 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की है।
GRP एसपी मोहम्मद मुश्ताक ने जानकारी देते हुए बताया है कि मामले का सफल अनावरण करने वाली टीम को पुरस्कृत किया गया है। मामले की गंभीरता दिखाते हुए अभियुक्त की न्यायालय से रिमांड मांगी गई है। अभियुक्त से मामले से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी जुटाई जाएगी। आगे ऐसी घटनाएं न हो, इस पर भी काम किया जा रहा है।