उत्तर प्रदेश की इटावा पुलिस ने एक फर्जी लूट की घटना का महज 3 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए लूट की फर्जी सूचना देने वाले को गिरफ्तार करते हुए उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए उसे जेल तक पहुंचा दिया है।
इटावा जिले में लूट की घटनाओं को लेकर पुलिस काफी अलर्ट दिखाई देती रही है। चाहे फिर वह फर्जी लूट की घटना हो या फिर हकीकत में हुई लूट हों पुलिस खुलासा करने में देरी नहीं करती है। ऐसा ही कुछ फ्रेंड्स कॉलोनी थाना क्षेत्र के अंतर्गत देखने को मिला। जहां पर वादी राम मनोहर के द्वारा पुलिस को सूचना दी गई कि उसके साथ पल्सर सवार लोगों के द्वारा लूट की घटना को अंजाम दिया गया है। सूचना मिलते ही एसएसपी संजय कुमार वर्मा समेत क्षेत्रीय पुलिस मौके पर पहुंची जहां वादी से पूछताछ की गई तो वादी ने बताया कि वह ईकार्ट कंपनी में काम करता है और कलेक्शन किए गए रुपए को बैंक में जमा करने के लिए जा रहा था। तभी पल्सर पर सवार कुछ लोग ओवर ब्रिज पर आते हैं और मेरे पास मौजूद बैग और छीन कर ले जाते हैं।
एसएसपी के द्वारा पुलिस टीम को आदेश दिए जाते हैं कि पूरे मामले को गंभीरता से लिया जाए और जगह-जगह पर लगे सीसीटीवी कैमरा को चेक किया जाए। यहां पुलिस को पता चला कि वादी के द्वारा बताया गया था कि वह बैंक में आई कार्ड कंपनी के 2 लाख 29 हजार रुपए जमा करने के लिए जा रहा था। लेकिन उसने बैंक में रुपए ना ले जाकर पुलिस को झूठी सूचना दी। यहां पुलिस ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया और वादी के पास से रुपए भी बरामद किए।
गिरफ्तार अभियुक्त से पुलिस टीम द्वारा सख्ती से पूछताछ करने पर बताया कि यह सब मैंने इसलिए किया कि मैं ट्रेडिंग पर पैसा लगाता हूं और मैं वहां पैसे हार गया था। इसी कारण से मेरे ऊपर कर्ज हो गया था ।मुझे उधारी चुकानी थी तभी मैंने योजना बनाकर षडयन्त्र के तहत पुलिस को यह सूचना दी थी। वहीं पुलिस ने युवक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए जेल तक पहुंचाने का काम किया।