गोरखपुर में नगर निकाय चुनाव के टिकट बंटवारे को लेकर भाजपा में जंग छिड़ गई है। दो दिन पहले पार्षद के टिकट को लेकर दो विधायक आपस में ही भिड़ गए थे।
शनिवार को प्रदेश अध्यक्ष को लिखे पत्र में MLC ने आधा दर्जन वार्डों में पार्षदों के टिकट वितरण में अनियमितता का आरोप लगाया है। MLC ने आरोप लगाया है कि पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष दोनों ने गोलबंद होकर निष्ठावान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करते हुए धनादोहन कर उम्मीदवारों का मनमाना पैनल बनाया है।
शनिवार को प्रदेश अध्यक्ष को लिखे पत्र में MLC ने आधा दर्जन वार्डों में पार्षदों के टिकट वितरण में अनियमितता का आरोप लगाया है। MLC ने आरोप लगाया है कि पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष दोनों ने गोलबंद होकर निष्ठावान कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करते हुए धनादोहन कर उम्मीदवारों का मनमाना पैनल बनाया है।
MLC देवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि वार्ड की टिकट वितरण की प्रक्रिया में निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई है। सामान्य वर्ग की सीट पर OBC के उम्मीदवार को सूची में प्राथमिकता दी गई है।
जो सदस्य भी नहीं है और उनकी भी पैरवी स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य और ग्रामीण क्षेत्र के विधायक कर रहे थे। कई वार्ड में इस तरह की गड़बड़ी की गई है। इसका मैंने विरोध किया है। प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को ई-मेल और व्हाट्सएप के माध्यम से सारी जानकारी दे दी है।
सरदार भगत सिंह नगर वार्ड में भी ऐसे व्यक्ति को टिकट की संस्तुति की गई, जो पार्टी का सामान्य सदस्य भी नहीं है। जंगल सालिकराम में ऐसे व्यक्ति का नाम एक नंबर पर भेजा गया है, जिससे वार्ड के लोग भयक्रांत रहते हैं। शक्तिनगर में भू-माफिया प्रवृति के व्यक्ति की पत्नी को टिकट की संस्तुति की जा रही है।
विधायकों का कहना था कि उनका क्षेत्र है तो वे बेहतर जानते हैं कि कौन सा प्रत्याशी बेहतर है और जीत सकता है। जब वार्ड नंबर 39 गायघाट, वार्ड नंबर नंबर 46 शक्तिनगर बशारतपुर और वार्ड नंबर 37 भरवलिया का नंबर आया तो मामले में पेच फंस गया। वार्ड 39 सामान्य है।