लुधियाना। बर्लिन में हाल ही सम्पन्न हुए स्पैशल ओलिम्पिक्स वर्ल्ड समर गेम्स-2023 में 8 मैडल जीतने वाले पंजाब के 7 खिलाड़ियों का आज वापस लौटने पर शानदार स्वागत किया गया। बता दें कि पंजाब के खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए विभिन्न स्पर्धाओं में 3 स्वर्ण, 1 रजत और 4 कांस्य पदक जीते हैं।
विजेता खिलाडि़यों को बधाई देते हुए पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि यह पंजाब के लिए गर्व की बात है कि पंजाब के खिलाडिय़ों ने स्पैशल ओलिम्पिक्स में अच्छा प्रदर्शन कर देश का नाम रोशन किया। उन्होंने कहा कि अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि विशेष आवश्यकता वाले बच्चे (विशेष खिलाड़ी) अनेक चुनौतियों और कठिनाइयों के बावजूद अपनी कड़ी मेहनत और लगन से खेलों में भाग ले रहे हैं तथा देश के लिए पदक जीत रहे हैं। खेल मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों पर खेल विभाग द्वारा तैयार की जा रही नई खेल नीति में पैरा खेलों के साथ-साथ स्पैशल ओलिम्पिक्स/डैफ एंड ब्लाइंड गेम्स के खिलाड़ियों को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने इस गौरवपूर्ण उपलब्धि के लिए खिलाडिय़ों, उनके माता-पिता और कोचिंग स्टाफ को श्रेय देते हुए स्पैशल ओलिम्पिक्स पंजाब के सलाहकार डॉ. परमजीत सचदेवा के नेतृत्व में किए जा रहे प्रयासों की भी सराहना की।
मीत हेयर ने बताया कि पंजाब के खिलाड़ियों द्वारा जीते गए पदकों में रोलर स्केटिंग में एम.डी. निसार ने 1 स्वर्ण पदक, रेनू ने 2 कांस्य पदक और सीता ने 1 कांस्य पदक जीता। जतिंदर सिंह और हरजीत सिंह ने पारंपरिक फुटबॉल में स्वर्ण पदक जीता, प्रिया देवी ने बास्केटबॉल में रजत और ज्योति कौर ने यूनिफाइड फुटबॉल में कांस्य पदक जीता। भारत की खेल टीम में पंजाब के 9 सदस्य शामिल थे जिनमें 7 विशेष खिलाड़ी, 1 यूनिफाइड पार्टनर और 1 कोच शामिल थे। इनमें से 7 खिलाडिय़ों ने रोलर स्केटिंग, यूनिफाइड और पारंपरिक फुटबॉल और बास्केटबॉल में तीन स्वर्ण, 1 रजत और 4 कांस्य पदक जीते। पंजाब के 2 खिलाड़ी नवप्रीत सिंह और अंजना भी प्रतिभागियों में शामिल थे।