दिल्ली। दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। शराब घोटाले के बाद अब सीबीआई ने जासूसी कांड में सिसोदिया के खिलाफ केस दर्ज किया है। सीबीआई ने फीडबैक यूनिट मामले में मनीष सिसोदिया पर केस दर्ज किया है।
आप के पूर्व नेता पर आरोप है कि साल 2016 में इन्होंने एक फीडबैक यूनिट तैयार की थी। इस यूनिट में कई लोगों की जासूसी की गई। आरोप यह भी है कि इस यूनिट में भर्ती के लिए केंद्र सरकार से परमिशन नहीं ली गई थी।
सीबीआई ने अपने एफआईआर में मनीष सिसोदिया के अलावा पांच अन्य लोगों के नामों का भी जिक्र किया है। इनमें आईआरएस अधिकारी सुकेश कुमार जैन भी शामिल हैं। सुकेश जैन उस समय दिल्ली सरकार में विजिलेंस सचिव थे। इसके अलावा सीआईएसएफ के रिटायर्ड डीआईजी राकेश कुमार सिन्हा का नाम भी शामिल है। राकेश कुमार सिन्हा को फीडबैक यूनिट को दिल्ली के सीएम का खास लहाहकार औऱ फीडबैक यूनिट का संयुक्त निदेशक बनाया गया था।
केंद्र सरकार ने कथित तौर पर खुफिया राजनीतिक जानकारी जुटाने से संबंधित मामले में सीबीआई को दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दी थी। दिल्ली एलजी के प्रधान सचिव को भेजे गए पत्र में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि सिसोदिया के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम, 1998 की धारा 17 के तहत मुकद्दमा चलाने की मंजूरी दी है।
बता दें कि, कोर्ट ने 10 मार्च को आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली के पूर्व उप प्रमुख मनीष सिसोदिया को 17 मार्च तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया था । कथित दिल्ली आबकारी नीति घोटाले के संबंध में सिसोदिया के खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामला दर्ज किया गया है।