राज्यसभा में 8 अगस्त 2024 को एक गरमागरम बहस छिड़ गई जब समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने सभापति जगदीप धनखड़ की बोलने की शैली पर सवाल उठाया। जया बच्चन ने कहा कि उनके बोलने की टोन ठीक नहीं है और यह स्वीकार्य नहीं है। उनकी इस टिप्पणी पर सभापति धनखड़ भड़क गए और राज्यसभा में जोरदार हंगामा हुआ। विपक्षी सदस्यों ने ‘दादागिरी नहीं चलेगी’ के नारे लगाए और सदन से वॉकआउट कर दिया।
“India is a peaceful and stable country. India has the most functional and vibrant democracy. India has had continuous leadership in its third term, says Rajya Sabha Chairman Jagdeep Dhankhar.”@VPIndia #265Rajyasabhasession #Budget2024 pic.twitter.com/evsgWxZFev
— SansadTV (@sansad_tv) August 9, 2024
संबोधन के दौरान, सभापति धनखड़ ने जया बच्चन को उत्तर दिया कि, “आप एक प्रसिद्ध कलाकार हैं और अभिनय के क्षेत्र में सफल रही हैं, लेकिन मेरी टोन पर सवाल उठाना ठीक नहीं है।” उन्होंने कहा कि वे इस तरह की टिप्पणियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे और आरोप लगाया कि जया बच्चन जैसे सीनियर सदस्य संसद के सम्मान को कम कर रहे हैं। विपक्षी सदस्य इस पर नाराज हो गए और नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए। सभापति ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वे चर्चा से भाग रहे हैं और अपनी ड्यूटी से वॉकआउट कर रहे हैं। उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन और इमरजेंसी का जिक्र करते हुए कहा कि आज भी ऐसा ही व्यवहार देखा जा रहा है, जिसे लोकतंत्र का अपमान बताया।
विपक्ष को विरोध के लिए माफी मांगनी चाहिए, सदन के नेता @JPNadda @VPIndia pic.twitter.com/UNQfIif9AL
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इस बीच, नेता सदन जेपी नड्डा ने विपक्ष के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पेश किया। नड्डा ने कहा कि सत्ताधारी दल और पूरा देश जया बच्चन के साथ खड़ा है और विपक्ष का व्यवहार गैरजिम्मेदाराना और अशोभनीय है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल देश को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं और उनके आचरण से सदन की मर्यादा को ठेस पहुंच रही है। जेपी नड्डा ने यह भी कहा कि सभी पार्टियां इस बात के लिए प्रेरित हैं कि किसी भी तरह से हाउस न चले, और विपक्ष को माफी मांगनी चाहिए। इसके बाद, सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।