दिल्ली के जंतर-मंतर पर चल रहा पहलवानों का धरना-प्रदर्शन दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। पहलवानों के धरने का आज 17वां दिन है। किसानों और खापों के जुड़ने के बाद प्रदर्शन में भीड़ भी बढ़ने लगी है। प्रदर्शनकारी पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों में घिरे भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह को पद से हटाने और उनकी गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं।
जंतर-मंतर पर जुट रही भीड़ को देखते हुए दिल्ली पुलिस भी पूरी सतर्कता बरत रही है। पुलिस ने धरनास्थल पर आने वाली भीड़ को एक ही स्थान तक सीमित रखने के लिए ‘गाजीपुर बॉर्डर’ जैसी तैयारी तेज कर दी है। दिल्ली पुलिस ने अब जंतर-मंतर पर लगे पुलिस बैरिकेड्स को वेल्डिंग के जरिए आपस में जोड़कर और मजबूत कर दिया है, ताकि प्रदर्शनकारी इन्हें तोड़कर आगे नहीं बढ़ सकें। पहलवान और दिल्ली पुलिस दोनों ही प्रदर्शनकारियों से शांंति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग की अपील कर रही है। फिलहाल स्थिति पूरी तरह शांतिपूर्ण है।
बता दें कि, किसान आंदोलन के समय दिल्ली पुलिस ने किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए दिल्ली-यूपी को जोड़ने वाले गाजीपुर बॉर्डर पर कंटीले और कंक्रीट के बैरिकेड लगाने के साथ ही सड़क पर नुकीली कीलें भी लगवा दी थीं।
बता दें कि, पहलवानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए जंतर-मंतर पर आए सैकड़ों किसानों ने सोमवार को पुलिस बैरिकेड्स तोड़ दिए थे। घटना से संबंधित कथित वीडियो में कुछ किसान बैरिकेड्स पर चढ़ते और यहां तक कि इनमें से कुछ को घसीटते और धकेलते हुए विरोध स्थल पर प्रवेश करने का प्रयास करते दिख रहे थे। पुलिस ने घटना के दौरान क्षतिग्रस्त हुए बैरिकेड्स को कुछ घंटे बाद वेल्डिंग कराकर ठीक करवा दिया और एहतियात के तौर पर प्रदर्शन स्थल पर रख दिया।
दिल्ली पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट में कहा गया ,”सभी से अनुरोध है कि वे फर्जी खबरों पर विश्वास न करें। जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारियों को सुविधा दी जा रही है। सुरक्षा सुनिश्चित करने को डीएफएमडी के माध्यम से प्रवेश को विनियमित किया जा रहा है। कृपया शांतिपूर्ण रहें और कानून का पालन करें।”
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने रविवार को कहा था कि प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के मामले का अगर 15 दिन में समाधान नहीं किया गया तो 21 मई को खापों की यहां पंचायत में आगे का निर्णय लिया जाएगा। टिकैत कहा था कि हर दिन खाप पंचायत से लोग यहां आएंगे और दिनभर आंदोलन में शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि यह आंदोलन लंबा चलेगा, सबको तैयार रहना चाहिए। बड़े आंदोलन की तैयारी हो रही है। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन को पहलवानों की समिति ही चलाएगी और हम लोग बाहर से समर्थन करेंगे। टिकैत ने कहा कि इसमें कोई राजनीति नहीं है। यह बेटियों का मामला है, इसमें सभी दल के लोग शामिल हैं।
गौरतलब है कि, पहलवान 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं। उन्होंने डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों के आधार पर सिंह के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की थीं। पुलिस ने मामले में एक नाबालिग लड़की सहित सभी सात शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज किए हैं।