हाल ही में केंद्र सरकार के द्वारा भारत रत्न देने के लिए 3 नामों का ऐलान किया गया है। जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री और RLD के चीफ जयंत चौधरी के दादा चौधरी चरण सिंह का नाम भी शामिल थे। इस एलान पर जयंत चौधरी ने अपनी खुशी पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जाहिर की और लिखा था कि ‘दिल जीत लिया।’ वहीं, BJP-RLD के गठबंधन का संकेत मिलते ही पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने जयंत को चेतावनी दी है।
पूर्व राज्यपाल ने अपने सोशल मीडिया के एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा, ‘जिसको जहां जाना है वो जाएं, परंतु किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह जी की तुलना 750+ किसानों के हत्यारों से ना करें।’ हालांकि सत्यपाल मलिक ने भी चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने के फैसले पर मोदी सरकार को धन्यवाद दिया था।
‘मेरे राजनीतिक गुरु किसान मसीहा, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किया गया. यह सम्मान देश के किसान-कमेरे, दलित, वंचित एवं शोषित वर्ग के लोगों को मिला है, जिनके उद्धार के लिए चौधरी साहब का संपूर्ण जीवन समर्पित रहा।’
‘भारत रत्न देने के फैसले पर रिएक्शन’
BJP और RLD के बीच होने जा रही गठबंधन से नाखुश सत्यपाल मलिक ने कहा था, ‘लहलहाते खेत-खलिहानों को मिला है, जहाँ चौधरी साहब की आत्मा बसती थी. वैसे तो चौधरी साहब को यह सम्मान बहुत पहले मिल जाना चाहिए था, लेकिन देर आएं दुरस्त आएं। इस निर्णय के लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हृदय से धन्यवाद। जय जवान, जय किसान।’