लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में पार्टी नेताओं को विवादित बयान देने से बचने की नसीहत दी थी, लेकिन सपा महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य की ज़ुबान पर लगाम नहीं लग पाई है। चेतावनियों के बावजूद सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर हिंदू धर्म को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने हिंदू धर्म को एक धोखा बता दिया, जिसके बाद विवाद तेज हो गया। जिसके चलते दिल्ली में मौर्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिल्ली में जनसभा को संबोधित करते हुए स्वामी मौर्य ने कहा कि हिंदू एक धोखा है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक आदेश में कहा है कि हिंदू कोई धर्म नहीं, जीवन जीने की एक शैली है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत दो बार कह चुके हैं कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने का एक तरीका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कह चुके हैं कि हिंदू कोई धर्म नहीं है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी पिछले दिनों एक कार्यक्रम के दौरान इस प्रकार का बयान दिया।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जब ये लोग ऐसे बयान देते हैं तो लोगों की भावनाएं आहत नहीं होती हैं, लेकिन अगर स्वामी प्रसाद मौर्य यही कहते हैं तो अशांति फैलती है। वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य के दिए विवादित बयान से पार्टी ने किनारा कर लिया है। सपा नेता डिंपल यादव ने कहा कि यह स्वामी प्रसाद मौर्य का निजी बयान है।
सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा है कि दिल्ली में खुले आम “हिंदू धर्म को धोखा” बोल रहा है। देश के प्रधानमंत्री व सर्वोच्च न्यायालय के शब्दों ग़लत प्रयोग कर लोगो को भड़का रहा है। मौर्य के इस भड़काऊ भाषण से मेरी धार्मिक भावनाए आहत हुई है। आप से FIR दर्ज कर कारवाही का अग्रह करता हूँ।