कोलकाता स्थित आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य डॉ. संदीप घोष एक महिला चिकित्सा से कथित बलात्कार और हत्या के मामले में पूछताछ के लिए शनिवार को लगातार दूसरे दिन केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के समक्ष पेश हुए।
एजेंसी अस्पताल के पूर्व प्राचार्य को पूछताछ के लिए शुक्रवार को अपने साथ ले गई थी और उनसे देर रात तीन बजे तक पूछताछ की गई थी। एक अधिकारी ने बताया कि घोष को यहां ‘सीजीओ कॉम्प्लेक्स’ स्थित सीबीआई के कार्यालय के एक कमरे में रात साढ़े नौ बजे तक बैठाया गया, जिसके बाद उनसे पूछताछ शुरू हुई।
शुक्रवार देर रात तक पूछताछ के कुछ ही घंटों बाद घोष दूसरी बार पूछताछ के लिए शनिवार सुबह साढ़े बजे से कुछ पहले सीबीआई कार्यालय पहुंचे। अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के पहले दौर में पूर्व प्राचार्य घोष से महिला चिकित्सक की मौत की खबर मिलने के बाद उनकी पहली प्रतिक्रिया के बारे में पूछा गया कि उन्होंने परिवार को सूचित करने का निर्देश किसे दिया था तथा कैसे और किसने पुलिस से संपर्क किया था।
अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘कुछ जवाब घुमावदार थे।’’ उन्होंने बताया कि घोष से शुक्रवार देर रात तक पूछताछ की गई और फिर उन्हें घर जाने की अनुमति दे दी गई।
घोष को शनिवार सुबह फिर से सीबीआई अधिकारियों के सामने पेश होने को कहा गया, जिसके बाद वह शनिवार को सीबीआई कार्यालय पहुंचे। अधिकारी के मुताबिक, घोष से साप्ताहिक ‘रोस्टर’ के बारे में भी पूछा गया, जिसके अनुसार पीड़िता की 36 घंटे या कभी-कभी 48 घंटे तक की ड्यूटी लगाई गई थी।
शव मिलने के दो दिन बाद इस्तीफा देने वाले डॉ. घोष ने अपने ऊपर हमला होने की आशंका जताई थी, जिसके बाद उनके वकील ने कलकत्ता उच्च न्यायालय से उन्हें सुरक्षा मुहैया कराए जाने का अनुरोध किया था।
अदालत ने उन्हें एकल पीठ से संपर्क करने का निर्देश दिया था। परास्नातक प्रशिक्षु चिकित्सक का शव नौ अगस्त को आर जी कर अस्पताल के सेमिनार कक्ष में मिला था। पुलिस ने इस सिलसिले में अगले दिन एक आरोपी को गिरफ्तार किया था।