सिरौली की अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुई भयावह घटना के बाद भी लोग सबक लेने को तैयार नहीं हैं। उस हादसे में सात लोगों की जान गई थी, लेकिन इसके बावजूद जिले में अवैध पटाखों का कारोबार जारी है। फतेहगंज पश्चिमी और मीरगंज पुलिस ने दो स्थानों पर छापेमारी कर अवैध पटाखों के गोदामों का पर्दाफाश किया। फतेहगंज पश्चिमी इलाके में आठ क्विंटल से ज्यादा अवैध पटाखे बरामद हुए हैं। पुलिस ने सभी पटाखों को जब्त कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
एसडीएम तृप्ति गुप्ता को सूचना मिली थी कि फतेहगंज पश्चिमी के एक घर में भारी मात्रा में पटाखों का भंडारण किया जा रहा है। उन्होंने यह जानकारी फतेहगंज पश्चिमी थाना प्रभारी को दी। इसके बाद, नायब तहसीलदार दीपक कुमार और थाना प्रभारी राजेश बाबू मिश्र समेत अन्य अधिकारी ठाकुर द्वारा मुहल्ले में स्थित ओम बाबू गुप्ता के घर पहुंचे। यह घर घनी आबादी के बीच स्थित था, और वहां बड़े पैमाने पर पटाखों का स्टॉक रखा हुआ था। पूछताछ के दौरान कोई भी व्यक्ति उन पटाखों के बारे में जानकारी नहीं दे पाया।
सबसे चिंताजनक बात यह थी कि जिस जगह पटाखों का भंडारण किया गया था, वहीं पास में खाना भी बनाया जा रहा था। यह एक बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता था। पुलिस ने जब्त किए गए पटाखों का आकलन किया तो उनकी मात्रा आठ क्विंटल से ज्यादा पाई गई। सभी पटाखों को पुलिस थाने ले आई, जहां आधी रात तक उनकी गिनती, प्रकार, और वजन की कागजी कार्रवाई चलती रही।
इसी दौरान, फतेहगंज पश्चिमी के कुरतरा इलाके में भी एक अन्य अवैध पटाखा गोदाम का पर्दाफाश हुआ। पुलिस की टीम ने मौके पर छापेमारी कर वहां भी भारी मात्रा में पटाखों को जब्त किया।फतेहगंज पश्चिमी के सीओ हाईवे नितिन कुमार ने कहा, “सूचना के आधार पर छापेमारी की गई और भारी मात्रा में पटाखों को जब्त किया गया। मामले में उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी ताकि आगे कोई भी इस तरह का अवैध काम न कर सके।” यह गोदाम राधे ट्रेडर्स का है, जिनके पास पटाखे बेचने का लाइसेंस है। हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है कि पकड़े गए पटाखे वैध थे या अवैध। मामले की जांच जारी है।