देश के सबसे बड़े हवाई अड्डे से कनेक्टिविटी और हर तरह की सुविधाओं से युक्त ग्रेटर नोएडा वेस्ट लोगों की पसंद बन रहा है। इन्हीं कारणों से ग्रेटर नोएडा घर खरीदने के लिए निवेशकों की पसंद बना हुआ है। लोगों के लिए ग्रेटर नोएडा वेस्ट, मध्य नोएडा और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे की तुलना में प्राथमिकता बन गया हैं। ग्रेटर नोएडा वेस्ट अब निवेशकों के लिए रेडी टू मूव घरों की तलाश पूरी कर रहा है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट, नोएडा एक्सटेंशन कोविड महामारी के बाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में तेजी से बढ़ते रियल एस्टेट बाजार में तेजी से बूम आया है। नोएडा एक्सटेंशन को कई सेक्टरों में विभाजित किया गया है। जिसमें आवास, शिक्षण संस्थानों, खुदरा और वाणिज्यिक के लिए सेक्टर 4 और 16, आवासीय व व्यावसायिक के लिए सेक्टर 1, आवास, शिक्षण संस्थानों, खुदरा और वाणिज्यिक तथा आईटी के मिश्रण के साथ सेक्टर टेकज़ोन-4 है। एनसीआर के अन्य रियल एस्टेट के हिस्सों की तुलना में यहाँ अपेक्षाकृत कम दरों पर दो और तीन-बेडरूम के फ्लैट मिल सकते हैं।
2012-16 के दौरान किफायती इकाइयों के लिए एक हॉट शॉट वाला यह स्थान 18-50 लाख रुपए के बीच अधिकतम घर खरीदारों और निश्चित रूप से निवेशकों को अपना घर खरीदने के लिए आकर्षित किया। लेकिन अब कीमत करीब 4 गुना तक बढ़ गई हैं। अब 45 लाख से लेकर 1.00 करोड़ रुपए तक के फ्लैट उपलब्ध हैं। नोएडा एक्सटेंशन में 2 बीएचके 50-70 लाख रुपए में मिल सकता है। ग्रेटर नोएडा में 3 बीएचके के घर 65-80 लाख रुपए में उपलब्ध है।
2022 के बाद, नोएडा एक्सटेंशन में कीमतें लगातार बढ़ी हैं। 2020 में प्रॉपर्टी दरें लगभग रुपए 3,800-4,200 प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 2023 में लगभग रुपए 5,500-6,500 प्रति वर्ग फुट हो गई है। एनारॉक की रिपोर्ट के अनुसार, बड़े घरों की मांग बढ़ रही है। मौजूदा सर्वेक्षण में 3 बीएचके की मांग अधिक बढ़ी है। कोरोना महामारी के बाद जीवन सामान्य होने के बाद बड़े घर पसंद बने हुए हैं। जानकारी के अनुसार 48 प्रतिशत संपत्ति खरीदने वाले अन्य विकल्पों की तुलना में 3 बीएचके लोग पसंद कर रहे हैं। ऐसा दावा किया जा रहा है। जबकि 39 प्रतिशत अभी भी 2 बीएचके इकाइयां पसंद करते हैं।
जानकारों का अनुमान है कि नोएडा एक्सटेंशन में संपत्ति की दर तीन गुना हुई हैं। जो अच्छे रिटर्न की अपेक्षा रखने वालों के लिए अच्छा सौदा है। क्रेडाई वेस्टर्न यूपी के सचिव श्री दिनेश गुप्ता कहते हैं, एक एसोसिएशन के रूप में, हम अपने सदस्यों पर रजिस्ट्रियों की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए भी दबाव डाल रहे हैं, जिससे निश्चित रूप से पूरे सेक्टर के प्रति सकरात्मकता बनी रहे।”
आरजी ग्रुप निदेशक हिमांशु गर्ग का कहना है कि एक मजबूत उपभोक्ता मानसिकता और रियल एस्टेट में निवेशकों का विश्वास बहुत बढ़ गया है। पिछली दो तिमाहियों में 3 बीएचके की मांग बढ़ी है और आरजी लक्जरी में इन्वेंट्री की अच्छी उपलब्धता के साथ हम विशेष रूप से उन खरीदारों की मांग को पूरा करने की उम्मीद कर रहे हैं जो शॉपिंग मॉल, मुख्य सड़क आगामी मेट्रो के नजदीक संपत्ति खरीदना चाहते हैं।
आने वाले समय में लॉजिस्टिक हब, टॉय हब, मेडिकल डिवाइस हब, मैन्युफैक्चरिंग हब, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, सड़क, मेट्रो आदि की मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी निश्चित रूप से क्षेत्र में भीड़भाड़ कम करने में मदद करेगी और आगामी वाणिज्यिक और सूचना प्रोद्योगिकी में बढ़ते निवेश के कारण रोजगार के बहुत सारे अवसर प्रदान करेगी। ऐसे में घरों की मांग बढ़ेगी और एंड यूजर या अंतिम उपभोक्ता की इस मांग में बड़ी हिस्सेदारी होगी लेकिन निवेशक भी इसमे प्रमुख भूमिका निभाएंगे।