12 अगस्त को बदमाशों की गोलीबारी में जख्मी झारखंड के बालूमाथ निवासी कद्दावर भाजपा नेता और कोयला कारोबारी राजेंद्र साहू की सोमवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई।
राजेंद्र साहू ने रांची के मेडिका हॉस्पिटल में सुबह चार बजे अंतिम सांस ली।
उनकी मौत की खबर फैलते ही लातेहार जिले के बालूमाथ में जन आक्रोश फूट पड़ा है। सैकड़ों लोग लाठी-डंडों के साथ सड़क पर उतर आए हैं। रांची से चतरा जाने वाली सड़क जाम कर दी गई है। गुस्साए लोगों ने हमले के एक संदिग्ध आरोपी के घर के बाहर खड़ी स्कॉर्पियो गाड़ी आग के हवाले कर दी है।
राजेंद्र साहू लातेहार जिले के बालूमाथ के रहने वाले थे। 12 अगस्त को अपराधियों ने उनके घर के पास ही उनपर गोलियां बरसाई थीं। उन्हें छाती, बांह और जांघ में गोली लगी थी। उन्हें गंभीर स्थिति में रांची के मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी मौत के बाद इलाके में तनाव और दहशत का माहौल है। उन्हें गोली मारने वाले अपराधी अब तक पकड़े नहीं गए हैं। हालांकि पुलिस जगह- जगह छापेमारी कर रही है।
इस वारदात के विरोध में रविवार को बालूमाथ बंद रहा। बंद का आमलोगों ने भी समर्थन किया। आज उनकी मौत की खबर फैलते ही उनके समर्थक उग्र हो गए। सड़क पर उतरे लोग पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि राजेंद्र साहू के निधन से मन व्यथित है। निकम्मी हेमंत सरकार की लचर कानून व्यवस्था ने उनकी जान ले ली।
राजेंद्र साहू दुमका जेल में बंद गैंगस्टर अमन साव के निशाने पर थे। उन्हें जान से मारने की धमकी मिली थी। इसके पहले भी 2021 में उनपर हमला हुआ था। पिछले दिनों जेल में बंद अमन साव ने पुलिस पूछताछ में कहा था कि राजेंद्र साहू उसके निशाने पर है। जब भी मौका मिलेगा, वह उनकी हत्या करवा देगा।
राजेंद्र साहू की राधा कंपनी मगध कोयलरी से कोयले का कारोबार करती है। राजेंद्र से पूर्व में भी रंगदारी मांगी गई थी। राजेंद्र साहू चतरा लोकसभा क्षेत्र से सांसद का चुनाव लड़ चुके हैं। वह लातेहार जिला परिषद के उपाध्यक्ष भी रह चुके थे।