वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को छोटे-छोटे लाभ के लिए राष्ट्रीय हितों की अनदेखी करने पर भारतीय उद्योग जगत की आलोचना की। उन्होंने खेद व्यक्त किया कि कई उद्योग छोटे-छोटे फायदों के लिए भारत में निर्मित उत्पादों को नहीं खरीद रहे हैं, और विदेशी मुद्रा पर ऐसे आयात के प्रभाव की परवाह नहीं कर रहे हैं।
मंत्री ने कहा कि घरेलू कंपनियां मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) में शुल्क रियायत चाहती हैं, लेकिन वे अन्य देशों को बाजार पहुंच देने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय उद्योग हमेशा सुरक्षा चाहता है, ‘‘फिर हम ब्रिटेन और यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ एफटीए कैसे करेंगे?’’
मंत्री ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के विकसित भारत कार्यक्रम में कहा, ‘‘उद्योग का कहना है कि भारत में शुल्क रियायतें न दें, लेकिन हमें ब्रिटेन और ईयू को शून्य शुल्क पर निर्यात करने की अनुमति दें।