कमिश्नरेट पुलिस ने गैंगस्टर रोहित गोदारा व विरेन्द्र चारण के गुर्गों को राजस्थान में वारदात के लिए एके-47 से लेकर अत्याधुनिक हथियार सप्लाई करने वाली पूजा सैनी को सोमवार शाम को गिरफ्तार किया। महिला का कोटा निवासी मित्र महेन्द्र कुमार मेघवाल उर्फ समीर दोनों शूटर्स के पकड़े जाने के बाद भाग गया। पूजा-महेंद्र ने शूटर्स को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद फरारी के लिए 50-50 हजार रुपए दिए। पुलिस महेंद्र की तलाश में जयपुर, कोटा और बूंदी में कई जगह दबिश दे रही है। महेंद्र कोटा में गुमानपुरा थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ शराब बेचने, हथियारों की तस्करी और मारपीट आदि के एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। वह पत्नी व परिवार को कोटा छोड़कर जयपुर आ गया था।
पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि गोगामेड़ी की हत्या के दो दिन बाद नितिन फौजी के प्रताप नगर में ठहरने की जानकारी मिली। एडिशनल डीसीपी रामसिंह शेखावत व साइबर थानाधिकारी चन्द्रप्रकाश के नेतृत्व में कई पुलिस टीमों ने प्रताप नगर क्षेत्र में डोर-टू-डोर सर्वे किया। पुलिस टीम जगतपुरा में इनकम टैक्स कॉलोनी स्थित फ्लैट्स हाइड-आउट पर पहुंची। वहां कुछ लोगों ने शूटर नितिन की फोटो देखकर उसके महेन्द्र व पूजा के साथ रहने की जानकारी दी। पूजा के मोबाइल में फ्लैट में रखी एके-47 की फोटो भी मिली है। गैगस्टर राजू ठेहट की हत्या के लिए भी जयपुर में शूटर्स को देने के लिए एके-47 लाने की जानकारी मिली थी। एके-47 के संबंध में भी पूजा से पूछताछ की जा रही है। फ्लैट के लिए दोनों डेढ़ साल से 25 हजार रुपए महीना किराया दे रहे हैं।
पूजा ने कहा कि वह पूजा बत्रा के नाम से रह रही है। नितिन फौजी 28 नवम्बर को हिसार से टैक्सी कार से प्रताप नगर चौपाटी पहुंचा, यहां से वह महेंद्र के साथ अपनी कार में नितिन फौजी को बैठाकर फ्लैट पर लेकर आई। इस मकान में एक युवक-युवती भी किराए से रहते हैं, जिन्हें महेन्द्र ने दूसरे कमरे में शिफ्ट किया और नितिन को उनके कमरे में ठहरा दिया। दोनों युवक-युवती से पुलिस पूछताछ कर रही है। गुरुग्राम जेल में बंद भवानी सिंह उर्फ रोनी राजपूत ने नितिन फौजी के लिए टैक्सी किराए पर करवाई थी। शूटर नितिन के कमरे का गेट हमेशा बंद रखा जाता और भोजन के समय उसका गेट खोलते थे। नितिन किसी से बात नहीं कर सकता था, महेन्द्र कुमार ही गैंगस्टर रोहित गोदारा व वांटेड विरेन्द्र चारण से नितिन की बात करवाता था।
आरोपी पूजा ने कहा कि 5 दिसम्बर को महेंद्र ने नितिन को आधा दर्जन पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस दिखाए। नितिन ने दो पिस्टल फायर करने के लिए अपने पास रख ली। दूसरे शूटर रोहित राठौड़ के लिए मैग्जीन सहित एक पिस्टल व एक अतिरिक्त पिस्टल रख ली। शूटर्स के पकड़े जाने के बाद महेंद्र घर से हथियार लेकर भाग गया।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हत्याकांड की जांच एनआईए से करवाने की फाइल पर हस्ताक्षर कर दिए। अब मंगलवार को पुलिस हत्याकांड से संबंधित सभी आरोपियों व दस्तावेज एनआईए को सौंप सकती है। एनआईए की जांच का आदेश निकलने के बाद सोमवार देर शाम को एनआईए डीआईजी के.वी. वंदना और उनकी टीम पुलिस कमिश्नर जोसफ से मिलने पहुंची और प्रकरण पर चर्चा की।