यह उत्तर पूर्वी सागर की ओर बढ़ रहा है। जिससे भारी बारिश की संभावना है। इस बीच प्रशासन की ओर से बचाव अभियान जारी है। पिछले तीन दिनों में भारी बारिश के चलते अलग-अलग घटनाओं में 28 लोगों की जान चली गई है।
आईएमडी ने कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर, मोरबी, सुरेंद्रनगर, राजकोट, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, अमरेली, भावनगर और बोटाद सहित 12 जिलों में अत्यधिक भारी बारिश की भविष्यवाणी की है।
बुधवार को देवभूमि द्वारका और जामनगर जैसे जिलों में 12 घंटों के भीतर 50 मिमी से 200 मिमी तक बारिश हुई। इस दौरान देवभूमि द्वारका के भनवाद तालुका में सबसे अधिक 185 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बात की और उन्हें केंद्र सरकार से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। सीएम पटेल ने कहा, “प्रधानमंत्री ने नागरिकों के जीवन और पशुधन की सुरक्षा के बारे में मार्गदर्शन प्रदान किया। साथ ही, गुजरात को केंद्र सरकार से सभी आवश्यक सहायता मिलने का आश्वासन दिया।”
इसके साथ ही सीएम पटेल ने वडोदरा शहर, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिले जो भारी बारिश से प्रभावित हैं, यहां के हालात की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से पानी में फंसे लोगों के लिए राहत कार्यों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता पानी कम होने तक फंसे लोगों को भोजन के पैकेट, पीने के पानी के पाउच और स्वास्थ्य संबंधी दवाइयां उपलब्ध कराना है।