उत्तर प्रदेश में लगातार ट्रेन को पलटाने की साजिश हो रही है। बीते दिनों कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश का खुलासा हुआ था।  असामाजिक तत्वों ने ट्रैक पर गैस सिलेंडर रख दिया था। अब गाजीपुर में भी ऐसी ही एक साजिश की गई है। यहां पर जयनगर से नई दिल्ली जाने वाली ये ट्रेन रेलवे ट्रैक पर रखे डेढ़ फीट लंबे, आधा फीट मोटे लकड़ी के टुकड़े से टकरा गई। लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। लेकिन, लकड़ी का टुकड़ा इंजन में फंस गया था, जिस वजह से एक्सप्रेस में तकनीकी खराबी आ गई और वो करीब 2 घंटे तक खड़ी रही। गनीमत रही कि एक बड़ा हादसा होने से टल गया। जानकारी मिलने पर अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी।

जानकारी के मुताबिक, गाजीपुर जिले में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस ट्रेन रविवार की रात करीब 2.40 बजे साजिश का शिकार होने से बच गई। जयनगर से नई दिल्ली जाने वाली ये ट्रेन रेलवे ट्रैक पर रखे डेढ़ फीट लंबे, आधा फीट मोटे लकड़ी के टुकड़े से टकरा गई। लोको पायलट ने नजर पड़ने पर इमरजेंसी ब्रेक भी लगाई थी, लेकिन ट्रेन रुकते-रुकते लकड़ी से टकराई, जिससे प्रेशर पाइप फट गई और इंजन फेल गया। लोको पायलट ने पास के गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन पर इसकी सूचना दी तो आरपीएफ, जीआरपी के साथ सिविल पुलिस और तकनीकी इंजीनियर्स मौके पर पहुंचे। जांच में पता चला कि एक लकड़ी का बड़ा टुकड़ा रेल की पटरियों पर रखा गया था, जो एक्सप्रेस ट्रेन की पहियों से होते हुए इंजन में फंस गया।

अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल की और पूछताछ शुरू की। रेलवे से जुड़े जिम्मेदारों का दावा है कि रात एक बजे इसी रेलवे लाइन से होकर एक मालगाड़ी गुजरी थी। जबकि अप लाइन से रात में डेढ़ बजे मालगाड़ी गुजरी, जिसके लोको पायलटों से पूछताछ के बाद पता चला कि लकड़ी का टुकड़ा रेलवे ट्रैक पर उस समय नहीं था। गाड़ी संख्या 12561 स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रात में तीन बजे बलिया की ओर से गाजीपुर सिटी स्टेशन पहुंचने वाली थी। रात में 2.40 बजे गाजीपुर सिटी स्टेशन से पहले गेट नंबर 27 और 28 के बीच ट्रेन के लोको पायलट को रेलवे ट्रैक के बीचोबीच लकड़ी का टुकड़ा दिखा, जो डेढ़ फीट से अधिक लंबा और आधा फीट से अधिक मोटा बताया जा रहा है। गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ, लेकिन ट्रेन करीब दो घंटे तक रूकी रही। जिस वजह से यात्री काफी परेशान हो गए।

 

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