राजस्थान कांग्रेस में अभी भी तलवारें तनी हुई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच कुछ भी सही नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री पद को लेकर हुआ विवाद विधानसभा चुनाव तक आ पहुंचा है। विधानसभा चुनाव 2023 सिर पर आ गया है लेकिन पार्टी दो खेमों में साफ साफ बंटी आ रही है। 11 का गणित लिए सचिन पायलट अब किसी भी तरह से 19 नहीं होना चाह रहे हैं। ऐस में 11 अप्रैल को अनशन, 11 मई को पदयात्रा करने वाले पायलट 11 जून को भी कुछ एलान कर सकते हैं।
इसे लेकर अब केबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने साफ कह दिया है कि राजस्थान में सरकार रिपीट करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट को अपने अहम को छोड़ना होगा। प्रदेश में आज हमारी सरकार फिर से बनने की स्थिति में है। आपसी खींचतान की वजह से इसका बड़ा खमियाजा उठाना पड़ सकता है। प्रताप सिंह खाचरियावास ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से मिलने दिल्ली जाऊंगा और यह झगड़ा खत्म करवाकर रहूंगा।
15 दिन में पलट देंगे काया
खाचरियावास ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत से भी मुलाकात करूंगा। हम अगले 15 दिन में सब कुछ सॉर्ट आउट कर लेंगे। पायलट का समर्थन करते हुए खाचरियावास ने कहा कि सरकार में आज एक के पास कुछ नहीं है और एक के पास सब कुछ है, ऐसा नहीं चल सकता। पायलट भ्रष्टाचार के खिलाफ जो आवाज उठा रहे हैं, वो सही है। कर्नाटक में भी हमने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर ही सरकार बनाई है। हम जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं।