भगवान राम की मूर्ति को अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह के अंदर लाया गया। मूर्ति को क्रेन की मदद से अंदर लाने से पहले गर्भगृह में विशेष पूजा की गई थी।
अयोध्या नगरी में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजा और अनुष्ठान का दौर जारी है। आज 18 जनवरी को भगवान राम की मूर्ति को अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह के अंदर लाई गई। मूर्ति को क्रेन की मदद से अंदर लाने से पहले गर्भगृह में विशेष पूजा की गई थी।
भगवान रामलला की प्रतिमा मंदिर के गर्भगृह में स्थापित की जाएगी। जहां उन्हें उनका सिंहासन पर विराजमान किया जाएगा। आज भी कई तरह के अनुष्ठान और पूजा की विधियां की जाएंगी।
मूर्ति को अंदर लाने से पहले गर्भगृह में एक विशेष पूजा आयोजित की गई।
मिश्रा ने कहा कि बृहस्पतिवार को गर्भगृह में मूर्ति स्थापित किए जाने की संभावना है।
मूर्ति को एक ट्रक से मंदिर लाया गया।
राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अनुष्ठान किए जा रहे हैं। इससे पहले बुधवार को कलश पूजन का आयोजन किया गया।
राम मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों के अनुसार अनुष्ठान 21 जनवरी तक जारी रहेंगे और प्राण प्रतिष्ठा के दिन रामलला की मूर्ति की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के लिए आवश्यक हर अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे।
121 ‘आचार्य’ अनुष्ठान का संचालन कर रहे हैं।
राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ कार्यक्रम 22 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और दोपहर एक बजे समाप्त होने की उम्मीद है।