म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन ऑफ दिल्ली (एमसीडी) में मेयर चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा झटका लगा है। सोमवार को भाजपा ने सत्ताधारी दल में सेंधमारी कर दी। बुधवार को होने जा रहे चुनाव से पहले आप पार्षद सुनीता ने भाजपा का दामन थाम लिया है। द्वारका सी वार्ड नंबर 130 से पार्षद सुनीता ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद पीएम मोदी की जमकर तारीफ की। उनके साथ पूर्व पार्षद श्रीरामनिवास ने भी भाजपा में शामिल हुए। प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा की मौजूदगी में सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि यह तो महज शुरुआत है, कई और पार्षदों का केजरीवाल की पार्टी में दम घुट रहा है। आप को यह झटका ऐसे समय पर लगा है जब दो दिन पहले ही उसके एक अहम नेता और पूर्व जिला अध्यक्ष बलराम झा भी भाजपा में चले गए थे।
बताया जा रहा है कि सुनीता के पति बीजेपी के पार्षद हैं। लेकिन टिकट कट जाने के बाद वह आप में चले गए। केजरीवाल की पार्टी ने उनकी पत्नी को टिकट दिया और सुनीता जीत हासिल करने में कामयाब रहीं। अब मेयर चुनाव से ठीक पहले सुनीता ने पाला बदल लिया है। सदस्यता दिलाने के बाद सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा, ‘आज प्रदेश अध्यक्ष जी से बात की। उन्होंने स्वागत किया और वह हमारी पार्टी में शामिल हो रही हैं। मैं उनका स्वागत करता हूं। ऐसे बहुत से निगम पार्षद आम आदमी पार्टी मे हैं जिनका दम घुट रहा है। अभी से कामों में कमीशन तय हो गया है। छोटे-छोटे रेहड़ी वालों से आप पार्षद उगाही कर रहे हैं और पार्टी को देते हैं। आने वाले समय में बहुत से निगम पार्षद भाजपा को जॉइन करेंगे।’
निर्दलीय पार्षद गजेंद्र दराल पहले ही भाजपा में आ चुके हैं। इसके बाद बवाना से आप पार्षद पवन सहरावत भी भाजपा में शामिल हो गए थे। अब सुनीता के भाजपा में आ जाने से भाजपा के पार्षदों की संख्या बढ़कर 107 हो गई है। पिछले साल के अंत में हुए एमसीडी चुनाव में भाजपा को 104 सीटों पर जीत मिली थी। 250 वार्डों में हुए चुनाव में अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने 134 सीटों पर कब्जा किया था और 15 साल बाद भाजपा से निगम की सत्ता छीन ली थी। अंकगणित के लिहाज से देखें तो आम आदमी पार्टी की सत्ता को फिलहाल कोई खतरा नजर नहीं आता। लेकिन जिस तरह भाजपा दावा कर रही है उसमें यदि सच्चाई है तो आने वाले समय में ‘आप’ की मुश्किलें कम से कम एमसीडी में बढ़ सकती है।