दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा इस्तीफा दिए जाने के ऐलान पर समाजवादी पार्टी के रुख को लेकर उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य लाल बिहारी यादव ने अपनी बात रखी। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा को आड़े हाथों लिया और कहा, “यह लोग नहीं चाहते हैं कि भारतीय राजनीति में विपक्ष का वजूद बचा रहे। यह लोग विपक्ष विहीन राजनीति को मूर्त रूप देने की दिशा में जुट गए हैं। हम यह किसी भी कीमत में होने नहीं देंगे।”
उन्होंने कहा, “भाजपा येन केन प्रकारेण विपक्ष को खत्म करना चाहती है। यह लोग नहीं चाहते हैं कि भारतीय राजनीति में कोई भाजपा के विरोध में आवाज उठाए, इसलिए जहां कहीं भी गैर-भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री हैं, उन्हें परेशान करने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाए जा रहे हैं, लेकिन हम इन हथकंडों को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने देंगे।”
उन्होंने कहा, “भाजपा अपने शासनकाल में लोकतंत्र को कुचलकर संविधान के सिद्धांतों की धज्जियां उड़ाने पर आमादा है। अगर किसी भी समाज में जाति, धर्म और संप्रदाय के नाम पर वैमनस्यता बढ़ेगी, तो समाज कैसे एकजुट होगा। समाज में कैसे विकास की बयार बहेगी।”
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “केजरीवाल तो महज इस्तीफा दे रहे हैं, लेकिन शायद आपको यह नहीं पता है कि कुछ लोग भाजपा के आतंक से परेशान होकर आत्महत्या तक कर ले रहे हैं। भाजपा के शासनकाल में कुछ लोग इस कदर भयभीत हो चुके हैं कि वो कह रहे हैं कि हम मर जाते हैं, अगर जिंदा रहेंगे, तो ये लोग (भाजपा) हमें यूं ही परेशान करते रहेंगे। भाजपा के शासनकाल में तानाशाही अपने चरम पर पहुंच चुकी है। लोगों का जीना मुहाल हो चुका है। ”
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट से नई आबकारी नीति मामले में जमानत मिलने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के दौरान दो दिनों बाद अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है।