प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को पीएम-किसान योजना के तहत लगभग 8.5 करोड़ किसान लाभार्थियों को 14वीं किस्त के रूप में लगभग 17,000 करोड़ रुपए जारी किए। यह राशि राजस्थान के सीकर के एक कार्यक्रम में लाभार्थियों के बैंक खातों में स्थानांतरित की गई। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि किसान का परिश्रम मिट्टी में से सोना निकाल देता है। पीएम मोदी राजस्थान के सीकर में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे उन्होंने कहा कि किसानों को जानकारी नहीं होने से कई बार उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है लेकिन इस सरकार ने किसान समृद्धि केंद्र बनाकर इन सारी समस्याओं को दूर करने के प्रयास शुरू किए हैं इस वर्ष के अंत तक किसान समृद्धि केंद्र और खोल दिए जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने मोटे अनाजों की बढ़ती महत्वता का जिक्र करते हुए कहा कि इससे अब छोटे किसानों को आजीविका मजबूत होगी और उन्हें लाभ मिलेगा उन्होंने कहा भारत का विकास गांव के विकास से होकर ही आता है ऐसे में हमारी सरकार ने गांव में सुविधा बढ़ाने के भरपूर प्रयास किए हैं जो जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि अब तक यह धारणा रही है कि शहरों में ही सुविधा रहती है लेकिन अब गांव में सुविधाएं जाने लगी है चाहे वह शिक्षा का मसला हो या फिर स्वास्थ्य।
उन्होंने कहा कि मेडिकल की पढ़ाई को अब मातृभाषा में शुरू कराने के प्रयास हो रहे हैं अब देश का बेटा बेटी जो डॉक्टर बनना चाहेगा उसके लिए यह सब आसान होगा। वहीं इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने देश को 1.25 लाख पीएम किसान समृद्धि केंद्र (पीएमकेएसके) भी समर्पित किया। सरकार चरणबद्ध तरीके से देश में खुदरा उर्वरक दुकानों को पीएम किसान समृद्धि केंद्र में परिवर्तित कर रही है।
ये केंद्र किसानों को कृषि-कच्चा माल, मिट्टी परीक्षण, बीज और उर्वरक की सुविधा प्रदान करेंगे। बयान में कहा गया है कि यह वित्तीय सहायता किसानों को उनकी दैनिक जरूरतों को पूरा करने में सहायता करेगी और उनके समग्र कल्याण में योगदान देगी।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) 24 फरवरी, 2019 को शुरू की गई। योजना के तहत, प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) प्रणाली के माध्यम से देश भर के किसान परिवारों के बैंक खातों में तीन समान किस्तों में प्रति वर्ष 6,000 रुपए दिए जाते हैं। अब तक देशभर के 11 करोड़ से अधिक किसानों को 2.42 लाख करोड़ रुपए से अधिक का लाभ प्रदान किया जा चुका है।