बुढाना। हुसैनाबाद भनवाडा में समाजवादी पार्टी द्वारा किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक मौजूद रहे। किसान सम्मेलन में सपा नेताओं के साथ गांव और आसपास गांवों के हजारों लोग मौजूद रहे।
ग्रामवासियों ने गांव से 1 किलोमीटर पहले से पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक का सैकड़ो ट्रैक्टरों में सवार ग्रामवासियों की संख्या में मौजूद लोगों ने ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया। किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे। किसान सम्मेलन में 2024 में हो रहे लोकसभा के चुनाव का बिगुल बजा। वक्ताओं ने हरेंद्र मलिक को जिताने का भरपूर आश्वासन दिया।
हरेंद्र मलिक ने कहा- ट्रेन हादसे में मरे लोगो को हम खिराजे अकीदत पेश करते है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हजारों किसान शहीद हो गए, लेकिन सरकार चुप रही। हरेंद्र मलिक ने किसानों के बकाया भुगतान का मुद्दा उठाते हुए कहा- हम किसान यूनियन से अपील करेंगे कि अगर हमारी जरूरत हो तो हम तैयार है। उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा ईमानदारी से राजनीति की है। उन्होंने एकजुटता से मतदान करने की अपील की।
उन्होंने कहा- पेंशन को बंद कर दिया गया। उन्होंने कहा- सरकार बहन-बेटियां पहलवानों का भी सम्मान नही कर रही है। मौलाना नजर मोहम्मद ने कहा कि हमे भाईचारे के लिए एकजुट होकर चुनाव जीतना है। उन्होंने कहा कि हमें एकता के साथ इस चुनाव को लडऩा है और जो हर हाल में जीतना है। राकेश शर्मा ने कहा -हरेंद्र मलिक एक बहुत मजबूत कद्दावर नेता है जिनको जिता कर हमें लोकसभा में भेजकर समाज का विकास कराना है। वक्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर भड़ास निकालते हुए कहा कि यह पार्टी समाज को बांटने का कार्य कर रही है।
समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष जिया चौधरी ने कहा कि जब भाजपा को हमारी वोट नही चाहिए तो चुनाव जीतने के लिए सिर्फ हमारी वोट क्यू? जब हमे सताया जाता है आप तब कहां चले जाते है । उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक शक्तियों को रोकने के लिए समाजवादी पार्टी को मजबूत करनी होगी। उन्होंने कहा- भाजपा के लोग अब जातियों को आपस में लड़ाने का कार्य कर रहे है। अब तक उन्होंने 9 साल में कोई विकास नहीं किया है। सम्मेलन में उड़ीसा में हुऐ ट्रेन हादसे में मरे लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की गई। सम्मेलन में आदिल चौधरी, हाजी शाहिद त्यागी, मौलाना जुल्फिकार, प्रधान मुरसलीन, तहसीन, सुबोध त्यागी, नीलम सिंह गुर्जर, करतार सिंह, अब्दुल सलाम, अकरम आदि रहे ।