कर्नाटक विधानसभा चुनाव खत्म हुए करीब चार महीने का समय बीत चुका है। लेकिन राज्य में राजनीतिक बयानबाजी का दौर जारी है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ही एक दूसरे पर निशाना साध रही है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी पार्टी को लेकर विवादित बयान दिया है। सीएम सिद्धारमैया ने रैली में बीजेपी को नीच कह दिया है। उनके इस बयान के बाद एक नया विवाद पैदा हो गया है। कर्नाटक सीएम के इस विवादित बयान को लेकर बीजेपी नेताओं में काफी आक्रोश है।
सीएम सिद्धारमैया अन्न भाग्य योजना के 10 साल पूरे होने पर बुधवार को कर्नाटक के तुमकुरू में आयोजित एक कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होेंने केंद्र की भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए गरीब विरोधी और पूंजीपतियों की सरकार बताया है। उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार को ‘नीच’ तक कह दिया है। सिद्धारमैया ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने राज्य को अतिरिक्त चावल की सप्लाई देने से इनकार कर दिया है।
सिद्धारमैया ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हएु कहा कि तकर्नाटक सरकार और फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के बीच चावलों की आपूर्ति के लिए समझौता भी हो गया था। लेकिन केंद्र ने चावल देने से इनकार कर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि हमने मुफ्त में चावल नहीं मांगे थे, हम इसके भुगतान के लिए तैयार है। इसके बावजूद चावल नहीं दिया जा रहा है। अब आप ही बताइए कि वह कितने नीच हैं। वह गरीब विरोधी हैं और उनमें मानवता नहीं है।
सिद्धारमैया ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हएु कहा कि तकर्नाटक सरकार और फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के बीच चावलों की आपूर्ति के लिए समझौता भी हो गया था। लेकिन केंद्र ने चावल देने से इनकार कर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि हमने मुफ्त में चावल नहीं मांगे थे, हम इसके भुगतान के लिए तैयार है। इसके बावजूद चावल नहीं दिया जा रहा है। अब आप ही बताइए कि वह कितने नीच हैं। वह गरीब विरोधी हैं और उनमें मानवता नहीं है।