भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार ने स्कूली पाठ्यक्रम से कारगिल से संबंधित चैप्टर को हटा दिया था। जबकि, कांग्रेस ने नड्डा के बयान को नकारते हुए झूठ बोलने का आरोप लगाया है।
दरअसल, मध्य प्रदेश प्रवास पर जेपी नड्डा ने शुक्रवार को खरगोन में रोड शो किया। उसके बाद जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, देश पर हमला करने वाले आतंकियों के खिलाफ जब हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एयर स्ट्राइक, सर्जिकल स्ट्राइक करते हैं तो कांग्रेस के लोग उसका सबूत मांगते हैं। कारगिल में हमारे जवानों ने अपनी जान की बाजी लगाकर पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ा था। लेकिन, 15 महीने की कमलनाथ सरकार ने कारगिल के चैप्टर को ही स्कूली पाठ्यक्रम से हटा दिया। ये देश के लिए जान न्योछावर करने वाले जवानों का अपमान है या नहीं?
उन्होंने कहा कि जवानों के इस अपमान का बदला आपको लेना है और नवंबर में होने वाले चुनाव में उन लोगों का चैप्टर क्लोज कर देना है। हमें उन लोगों को रोक देना है, जिन्होंने लाडली लक्ष्मी और भावांतर जैसी जनहित की सारी योजनाएं रोक दी थी। एक बार फिर भाजपा को सेवा का मौका देना है।
जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सिर्फ देश में सरकार ही नहीं बदली, देश सिर्फ विकास की दिशा में नहीं बढ़ा, बल्कि मोदी जी ने राजनीति की कार्यसंस्कृति को ही बदल दिया है। आज चाहे प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार हो या शिवराज सिंह के नेतृत्व वाली राज्य सरकार, दोनों प्रो-रिस्पॉन्सिव हैं। पूरी जिम्मेदारी से काम करती हैं। दोनों सरकारें प्रो-एक्टिव हैं। संबंधित व्यक्ति अपनी चिंता करे, उससे पहले ये उनकी चिंता करके काम भी शुरू कर देती हैं।
उन्होंने आगे कहा, प्रधानमंत्री मोदी की सरकार गांव, गरीब, पीड़ित, शोषित, वंचित, महिला, युवा, आदिवासी सहित हर वर्ग की चिंता करती है। केंद्र सरकार की योजनाओं को जमीन पर उतारने का काम शिवराज सरकार कर रही है।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कृषि के क्षेत्र में मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस के जमाने में कृषि का बजट 22 हजार करोड़ रुपये हुआ करता था, जिसे मोदी सरकार ने 1.15 लाख करोड़ तक पहुंचा दिया है। प्रधानमंत्री किसानों को हर साल छह हजार रुपये किसान सम्मान निधि के रूप में दे रहे हैं, जिसमें मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार भी पहले चार हजार रुपये मिलाकर देती थी और अब छह हजार रुपये देने जा रही है। एकतरफ कमलनाथ हैं, जो लोगों का हक छीनने का काम करते हैं, दूसरी तरफ शिवराज सरकार है, जो उसे दोगुना करके जरूरतमंदों को देती है।
नड्डा ने कहा कि नौ साल पहले भारत को दुनिया एक भ्रष्टाचारी देश के रूप में देखती थी। टूजी, थ्रीजी, कोयला, कॉमनवेल्थ, अगस्ता वेस्टलैंड और न जाने कितने घोटाले उजागर हो रहे थे। कांग्रेस की उस सरकार ने धरती से लेकर पाताल और आसमान तक तीनों लोकों में भ्रष्टाचार किया। लेकिन, मोदी सरकार के नौ सालों में देश की अर्थव्यवस्था 10वें स्थान से ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए पांचवें स्थान पर आ गई है। स्टील उत्पादन में भारत चौथे से दूसरे स्थान पर, ऑटोमोबाइल में तीसरे स्थान पर आ गया है। भारत से खिलौनों का एक्सपोर्ट तीन गुना हो गया है।
नड्डा ने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी है, जिसमें एक साधारण कार्यकर्ता प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बन सकता है। अन्य दलों में सिर्फ परिवार के लोग ही आगे बढ़ सकते हैं। राजद में सिर्फ लालू यादव के परिवार के लोग, टीएमसी में ममता बनर्जी और उनका भतीजा, सपा में अखिलेश और डिंपल यादव, केसीआर की पार्टी में उनके दामाद केटीआर और बेटी, डीएमके में स्टालिन और उनका बेटा, वाईएसआर के बाद उनके बेटे जगन, शिवसेना में उद्धव ठाकरे और उनका बेटा ही कुछ बन सकता है। कांग्रेस में भी सोनिया, राहुल और प्रियंका ही हैं, बाकी सब लोग कांट्रेक्ट पर हैं।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, मैं खरगौन के लिए मेडिकल कॉलेज लेकर आया हूं। नवग्रह कॉरिडोर बनेगा, इसके लिए 21 करोड़ की राशि स्वीकृत कर दी गई है। सिरबेल महादेव का कायाकल्प होगा। व्यापारियों के कपास पर मंडी टैक्स वापस लेने की मांग को भी पूरा कर दिया गया।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय राजनीति को एक नई दिशा देने का काम किया है। गरीबों के जीवन को बदलने काम किया है।
इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री रामेश्वर तेली और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी संबोधित किया।
दूसरी तरफ जेपी नड्डा के आरोप को कांग्रेस ने नकारा है। मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा का कहना है कि जेपी नड्डा ने मध्य प्रदेश की धरती पर आकर झूठ बोला है। कमलनाथ की सरकार के काल में ऐसा कुछ नहीं हुआ है। स्कूली पाठ्यक्रम से कारगिल का कोई चैप्टर नहीं हटाया गया।