2023 में कनाडा ने 12 लाख भारतीयों को टूरिस्ट वीजा जारी किया था, जिनमें से 60% पंजाबी थे। आम तौर पर कनाडा 6 महीने का टूरिस्ट वीजा जारी करता है, लेकिन कुछ मामलों में आवेदक के पासपोर्ट की लंबी अवधि और इमिग्रेशन अधिकारी के विवेक के आधार पर यह 10 साल का भी हो सकता है। 10 साल के वीजा की शर्त होती है कि व्यक्ति को हर 6 महीने में एक बार वापिस आना होगा।

नए नियमों के तहत अब केवल एक महीने का वीजिटर वीजा जारी किया जाएगा। इस बदलाव के बाद कनाडा में रहने वाले 4.5 लाख पंजाबियों को या तो नया वीजा लेना होगा या कनाडा छोड़ना पड़ेगा।

कनाडा के टूरिस्ट वीजा की फीस 100 डॉलर है, जो भारतीय रुपयों में लगभग 1.5 लाख होती है। इसके अलावा, ट्रेवल एजेंट्स वीजा प्रोसेसिंग के लिए अपनी फीस अलग से चार्ज करते हैं, जो कई मामलों में काफी अधिक हो सकती है। इसका आर्थिक प्रभाव भी लोगों पर पड़ेगा।

कनाडा में लगभग 4.5 लाख पंजाबी टूरिस्ट वीजा पर रह रहे हैं। नए नियमों के चलते उन्हें अब कनाडा छोड़ना पड़ सकता है। चूंकि पंजाब के अधिकतर लोग कनाडा में बसे हैं, उनके परिवारों का आना-जाना लगा रहता है, जिससे पंजाबी समुदाय वीजा के लिए सबसे ज्यादा आवेदन करता है।

एडमिंटन के इमिग्रेशन एक्सपर्ट परविंदर सिंह मोंट ने बताया कि कनाडा सरकार ने इस बदलाव से उन परिवारों पर असर डाला है, जो अक्सर लंबी अवधि के लिए कनाडा जाते थे। 28 अगस्त से कनाडा ने विजिटर वीजा पर वर्क परमिट की सुविधा भी बंद कर दी है। इससे पंजाब से पढ़ने के लिए जाने वाले 1.5 लाख छात्रों के माता-पिता पर भी असर पड़ेगा, जो अक्सर 6 महीने तक बच्चों के साथ रहते थे। अब उन्हें केवल एक महीने की ही अनुमति मिलेगी।
कनाडा में बसे लेखकों और विशेषज्ञों ने भी इन बदलावों पर प्रतिक्रिया दी है। बैंकुवर के लेखक और पंजाबी चिंतक सुखविंदर सिंह चोहला का कहना है कि नए नियमों में सुपर वीजा का जिक्र नहीं है, जिससे असमंजस की स्थिति बनी हुई है। सुपर वीजा उन माता-पिता को दिया जाता है, जिनके बच्चे कनाडा के स्थायी निवासी या नागरिक हैं, जिससे वे बिना देश छोड़े 5 साल तक रह सकते हैं।

कनाडा में हाल के वर्षों में भारतीय विजिटर वीजा की संख्या में भारी वृद्धि देखी गई है। 2021 में 2.36 लाख भारतीयों को वीजा जारी किया गया था, जो 2022 में बढ़कर 11.67 लाख हो गया और 2023 में यह संख्या 12 लाख पार कर गई। इनमें से 60% से अधिक पंजाबी मूल के हैं।

निष्कर्ष: कनाडा में जारी किए गए नए नियमों का सबसे बड़ा प्रभाव पंजाब से आए लोगों पर होगा, जो अक्सर कनाडा आते-जाते रहते हैं। वहीं, इस फैसले का आर्थिक और सामाजिक असर भी देखा जा सकता है, जिससे लोगों को अब अपने वीजा की अवधि और इसके नियमों को ध्यान में रखते हुए यात्रा की योजना बनानी होगी।

 

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