सोशल मीडिया का काला पक्ष एक बार फिर सामने आया है। एशियाई चैंपियन होने के अलावा विश्व चैंपियनशिप और राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीतने वाली ओलंपियन पहलवान अंशु मलिक को एक फर्जी वीडियो के कारण संकटपूर्ण स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
सोमवार को एक बेहद परेशान करने वाली घटना तब सामने आई, जब अंशु की मॉर्फ्ड तस्वीर का उपयोग करते हुए 30 सेकंड का एक आपत्तिजनक वीडियो नेटिज़न्स के बीच प्रसारित किया गया।
इसकी जानकारी होने पर अंशु के पिता धर्मवीर ने तुरंत हरियाणा के जींद के सदर थाने में एफआईआर दर्ज कराई।
अंशु के चाचा संदीप मलिक ने आईएएनएस से बात करते हुए आरोप लगाया कि 22 वर्षीय पहलवान की तस्वीर इंटरनेट से ली गई और उसे मॉर्फ्ड किया गया। उन्होंने कहा, “वीडियो एक अलग लड़की और लड़के का है और यह लगभग दो साल पुराना है। वीडियो में दिखाए गए जोड़े अब पति-पत्नी हैं। लड़की हिमाचल प्रदेश की है और लड़का हरियाणा का है। वे स्थानीय स्तर के पहलवान भी हैं।”
संदीप ने कहा, “अंशु की तस्वीर को वीडियो में एक टेम्पलेट के रूप में इस्तेमाल किया गया था। हमने उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, जिसने ऐसा किया है। यह अस्वीकार्य है…अंशु विश्वस्तरीय पहलवान है, फिर भी कोई नकली और बदसूरत तरीकों का उपयोग करके उसका नाम खराब कर रहा है। मुझे यकीन है कि पुलिस जल्द ही मामले को सुलझा लेगी। हमारा पूरा परिवार इस समय सदमे में है।”
अंशु इस समय कहां हैं, यह पूछे जाने पर उनके चाचा ने कहा, “वह एशियाड ट्रायल के दौरान घायल हो गई और पुनर्वास के लिए चेन्नई चली गई। वह अगले साल के ओलंपिक में भारत की पदक संभावनाओं में से एक है।“
अंशु 2021 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में 57 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला पहलवान बनीं।
उन्होंने कैडेट कुश्ती चैंपियनशिप के 60 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। 2020 में उन्होंने यहां एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में 57 किलोग्राम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। उसी वर्ष उन्होंने सर्बिया के बेलग्रेड में आयोजित व्यक्तिगत कुश्ती विश्व कप में महिलाओं की 57 किलोग्राम स्पर्धा में रजत पदक जीता।
2021 में एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप में अंशु ने गोल्ड मेडल हासिल किया था।
अप्रैल 2022 में उन्होंने मंगोलिया के उलानबटाेर में आयोजित एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में 57 किलोग्राम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।
2022 बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में 57 किग्रा फ्रीस्टाइल फाइनल में पहुंचने के बाद उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।