तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने गुरुवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर श्रीलंकाई नौसेना द्वारा गिरफ्तार किए गए भारतीय मछुआरों की रिहाई के लिए राजनयिक चैनल सक्रिय करने का अनुरोध किया। एमके स्टालिन का पत्र तब आया है जब श्रीलंकाई नौसेना ने गुरुवार को तमिलनाडु के 13 मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया और उनकी तीन नावें भी जब्त कर लीं। श्रीलंकाई अधिकारियों ने 173 मछली पकड़ने वाली नौकाओं और 80 मछुआरों को हिरासत में लिया है। स्टालिन ने विदेश मंत्री को लिखे अपने पत्र में कहा कि इन हिरासतों ने उनकी आजीविका को बुरी तरह प्रभावित किया है और उनके परिवारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है।
उन्होंने अपने पत्र में कहा कि मेरा अनुरोध है कि इस मामले को तत्काल संबोधित करने के लिए विदेश मंत्रालय द्वारा एक मजबूत और समन्वित प्रयास किया जाए। मैं यह भी अनुरोध करता हूं कि सभी मछुआरों की तत्काल रिहाई सुनिश्चित करने के लिए उचित राजनयिक चैनल सक्रिय किए जाएं। स्टालिन ने इस मुद्दे पर 19, 24 और 25 जून को जयशंकर को तीन पत्र लिखे थे। विदेश मंत्री ने कहा कि कोलंबो में भारतीय उच्चायोग और जाफना में भारतीय वाणिज्य दूतावास तेजी से और लगातार श्रीलंका के साथ इस मुद्दे को उठा रहे हैं।
कथित तौर पर अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा पार करने और श्रीलंकाई जल में मछली पकड़ने के लिए श्रीलंकाई नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किए जाने की नियमित घटनाएं होती रही हैं। ऐसी ही एक घटना इस साल मार्च में हुई थी जब श्रीलंकाई नौसेना ने श्रीलंका के जल में कथित तौर पर अवैध शिकार करने के आरोप में तमिलनाडु के 22 मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया था और उनके ट्रॉलर जब्त कर लिए थे।