उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में बुधवार देर रात अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एक छात्र ने दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम दिया। छात्र ने अपने माता-पिता की कैंची से गोदकर हत्या कर दी। काफी समय से उसकी माता-पिता से अनबन चल रही थी। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेने के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे। मृतक मूल रूप से रामपुर जिले के रहने वाले थे।
थाना क्वार्सी क्षेत्र के जाकिर नगर, गली-7 में मोहम्मद सलीम के घर में किराए पर इशहाक पुत्र आशिक अली उम्र 60 वर्ष अपनी पत्नी शहजादी बेगम (उम्र 57 वर्ष) व चार बच्चों के साथ रहते थे। मूलरूप से वह मीरापुर मीरगंज थाना स्वार, जनपद रामपुर के रहने वाले थे। जाकिर नगर गली संख्या 9 में स्थित मोहमदिया मस्जिद में इशहाक इमाम थे। दूसरे नंबर का बेटा गुलाम उद्दीन, जो कि एएमयू से बीकॉम द्वितीय वर्ष का छात्र है। उसने बुधवार रात को कमरे में सो रहे माता-पिता को कैंची से गोदकर व प्रेस से सिर पर प्रहार कर मौत के घाट उतार दिया। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर आरोपी ने इस वारदात को अंजाम दिया। माता-पिता की चीखें सुन बराबर के कमरे में सो रही बड़ी बेटी व दो अन्य बच्चे जाग गए।
उन्होंने शोर मचाकर मकान मालिक व पड़ोसियों को बुलाया। लोगों ने दरवाजा खुलवाने की कोशिश की। मगर, आरोपी ने दरवाजा नहीं खोला। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच सूझबूझ से काम लिया और किसी प्रकार आरोपी को समझाकर दरवाजा खुलवाया। दरवाजा खुलते ही पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर थाने भेज दिया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। बताया जा रहा है कि गुलाम उद्दीन की माता-पिता से अनबन चल रही थी। उसे शक था कि वह उसे मार देंगे। इसी शक में वह तीन दिन पहले घर छोड़ गया था। परिवार वाले उसे मंगलवार को ही नरौरा में तलाश कर वापस लेकर आए थे। घटनास्थल पर देर रात को ही एसएसपी कलानिधि नैथानी, एसपी सिटी कुलदीप सिंह, सीओ-3 शिवप्रताप सिंह, क्वार्सी और सिविल लाइंस थाने की फोर्स पहुंच गई।
एसएसपी ने एफएसएल की यूनिट को बुलाकर वैज्ञानिक साक्ष्य संकलन कराए। देर रात तक पुलिस आरोपी से पूछताछ में लगी रही। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि मामले में जांच व पूछताछ जारी है। वारदात की मूल वजह पूछताछ पूरी होने के बाद ही सामने आएगी। परिवार वालों को सूचना दे दी है। तहरीर प्राप्त होने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।