पड़ोसी देश पाकिस्तान में राजनीतिक हालात ठीक नहीं हैं। पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान को गिरफ्तार किए जाने के बाद से पूरे पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। राजधानी इस्लामाबाद से लेकर कराची, पेशावर, रावलपिंडी, फैसलाबाद और लाहौर समेत कई शहरों में पुलिस ने विरोध-प्रदर्शन कर रहे खान समर्थकों को तितर-बितर करने के लिए उन पर आंसू गैस के गोले दागे हैं और पानी की बौछार की है। प्रदर्शनकारियों ने राजधानी इस्लामाबाद, पेशावर और अन्य शहरों में सड़कों को अवरुद्ध कर दिया है।
इमरान खान के समर्थकों और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कराची, लाहौर, चारसड्डा और कई अन्य शहरों में सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया और पुलिस वाहनों को आग लगा दी है। खान की पार्टी पीटीआई ने उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ “पाकिस्तान बंद” का आह्वान किया है। पीटीआई ने ट्विटर पर लिखा, “पाकिस्तान के लोगों यह आपका समय है। खान हमेशा आपके लिए खड़े रहे हैं, अब उनके लिए खड़े होने का समय है।”
इधर सरकार ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पूरे पाकिस्तान में सोशल मीडिया को ठप कर दिया गया है। मोबाइल और ब्रॉडबैंड सर्विस को निलंबित कर दिया गया है। स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है और आज की होने वाली ओ लेवल और ए लेवल की परीक्षाओं को टाल दिया गया है। स्वात में खान समर्थकों ने बस स्टैंड को आग के हवाले कर दिया है।
इमरान के समर्थक सेना के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पेशावर छावनी में भी घुस गए। उग्र प्रदर्शनकारियों ने रेडियो पाकिस्तान की इमारत में भी आग लगा दी। इससे पहले इमरान समर्थकों ने रावलपिंडी में सेना के विशाल मुख्यालय के मुख्य द्वार को तोड़ दिया। वहां प्रदर्शनकारियों ने सेना के खिलाफ नारेबाजी की।
बता दें कि मंगलवार को इमरान खान को इस्लामाबाद हाई कोर्ट परिसर में तब पाकिस्तानी रेंजरों ने गिरफ्तार कर लिया था, जब वो भ्रष्टाचार से जुड़े लंबित कई मामलों में पेश हुए थे। इससे एक दिन पहले ही इमरान ने देश की सेना पर कथित तौर पर उनकी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था। हाई कोर्ट ने इमरान की गिरफ्तारी को वैध बताया है लेकिन हाई कोर्ट में हुई मारपीट और झड़प की निंदा करते हुए अधिकारियों के खिलाफ अदालत की अवमानना का केस चलाने का आदेश दिया है।