मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इजरायल-फलस्तीन विवाद पर पुलिस अधिकारियों को सतर्क करते हुए उन्होंने कहा कि सभी पुलिस कप्तान अपने क्षेत्र में धर्मगुरुओं से तत्काल संवाद करें। इस मामले में भारत सरकार के विचारों के विपरीत किसी तरह की गतिविधि स्वीकार नहीं की जाएगी। किसी के द्वारा ऐसा करने का कुत्सित प्रयास हो, तो कठोर कार्रवाई होगी।

 उन्होंने कहा कि फील्ड में हर एक तैनाती मेरिट के आधार पर होनी चाहिए। यदि कहीं भी सिफारिश अथवा किसी के दबाव में किसी की फील्ड पोस्टिंग की गई है तो ऐसा करना संबंधित अधिकारी के लिए अपने कॅरियर से खिलवाड़ करने जैसा है। ऐसे हर मामले को गंभीरता से लिया जाएगा।

हाल के दिनों में जनता दर्शन में प्राप्त आवेदकों के बारे में जानकारी देते हुए और आइजीआरएस में प्रदर्शन की रिपोर्ट जारी करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी जनता के लिए तैनात हैं, जनता से मिलना और उनकी समस्याओं का निस्तारण शीर्ष प्राथमिकता होनी चाहिए। फील्ड में तैनात जो अधिकारी-कर्मचारी ऐसा कर पाने में सक्षम न हो उसे तत्काल फील्ड की तैनाती छोड़ देनी चाहिए।

कप्तान से लेकर सिपाही तक सड़क पर उतरें आगामी दिनों में त्योहारों को हर्ष, उल्लास और सौहार्द के साथ मनाए जाने के लिए मुख्यमंत्री ने कहा कि बीट सिपाही से लेकर हल्का इंचार्ज और पुलिस कप्तान सहित हर अधिकारी सड़क पर उतरें। दुर्गा पंडालों में फायर सेफ्टी के निर्देश दिए। सीएम ने पटाखों की दुकानों को आबादी से दूर लगाने और इन दुकानों के लाइसेंस निर्गत करने में देर न करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने महिला सुरक्षा को शीर्ष प्राथमिकता बताते हुए कहा कि 14 अक्टूबर से मिशन शक्ति का चौथा चरण प्रारंभ हो रहा है। सभी विभाग अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएं।

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