ईरान द्वारा इजरायल पर एक अक्तूबर को किये बैलिस्टिक मिसाइलों से हमले के जवाब में इजरायल ने आज देर रात ईरान पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमले शुरू कर दिये हैं। इजरायल के हमले लगातार जारी हैं।
ईरान पर हवाई हमले की इजरायल ने कुछ समय पहले ही व्हाइट हाउस को इसकी सूचना दे दी थी।
उधर, IDF प्रवक्ता हगारी ने भी कहा है कि उसने कि ईरान द्वारा किये जाने वाले हमले और बचाव के लिए पूरी तरह तैयार है।
हगारी ने कहा कि हमराी नजर लगातार ईरान पर बनी हुई है और और उसके सहयोगियों की गतिविधियों पर भी बारीकी से नज़र रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि होम फ्रंट कमांड के निर्देशों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
फिलहाल, ईरान में हुए नुकसान के बारे में तत्काल कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। इजरायली सेना ने कहा कि यह हमला “सटीक सैन्य ठिकानों पर किया गया है।” हालांकि ज्यादा जानकारी नहीं दी गई।
इजरायल ने अपने नागरिकों को सतर्क और सावधान रहने के कह दिया है और साथ ही प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए भी विशेष तौर पर कहा है।
इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता सीन सेवेट ने कहा कि ईरान के सैन्य ठिकानों पर टारगेट हमले करना आत्मरक्षा का एक प्रयास है।
उन्होंने कहा कि एक अक्टूबर को इजरायल के खिलाफ ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले का जवाब है।
अभी तक इस बारे में जानकारी नहीं दी गयी है कि ईरान के किन शहरों और जगहों पर हमला किया गया है।
इजरायल ने केवल इतना ही बताया है कि वह सैन्य ठिकानों पर हमला कर रहा है।
IDF प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि इज़राइल राज्य के खिलाफ ईरान में शासन के महीनों के लगातार हमलों के जवाब में – अभी इज़राइल रक्षा बल ईरान में सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले कर रहे हैं।
ईरान में शासन और क्षेत्र में उसके प्रतिनिधि 7 अक्टूबर से लगातार सात मोर्चों पर इजरायल पर हमला कर रहे हैं, जिसमें ईरानी धरती से सीधे हमले भी शामिल हैं।
दुनिया के हर दूसरे संप्रभु देश की तरह, इज़राइल राज्य के पास भी प्रतिक्रिया देने का अधिकार और कर्तव्य है।
हमारी रक्षात्मक और आक्रामक क्षमताएं पूरी तरह से सक्रिय हैं।
हम इज़राइल राज्य और इज़राइल के लोगों की रक्षा के लिए जो भी आवश्यक होगा वह करेंगे।
उधर, व्हाइट हाउस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता सीन सैवेट एक बयान जारी करके कहा कि ईरान पर इजराइल के हमले में अमेरिका उसके साथ नहीं है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका ने इजराइल के साथ कूटनीति में भाग लिया था तथा उसे ईरान के तेल या परमाणु ठिकानों पर हमला नहीं करने का भी आग्रह किया था।
सैवेट बताया कि अब पता चला है कि इजराइल आत्मरक्षा के लिए ईरान में सैन्य ठिकानों पर हमले कर रहा है। जिसका वह समर्थन नहीं करता।
सीन सैवेट ने बताया कि इजराइल ने यह हमला एक अक्टूबर को ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले के जवाब में किया गया है। राष्ट्रपति जो बाइडेन इस समय विलमिंगटन डेलावेयर में हैं और उनको हमलों के बारे में जानकारी दे दी गई है। घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।
IDF प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने बताया कि IDF ईरान पर हमले और बचाव के लिए पूरी तरह तैयार है और हम क्षेत्र में ईरान और उसके सहयोगियों की गतिविधियों पर लगातार नज़र बनाए हुए हैं।
ईरान पर हमले के वक्त प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने एक तस्वीर जारी की गयी है, जिसमें पीएम नेतन्याहू, रक्षा मंत्री योआव गैलेंट और शीर्ष IDF जनरलों के साथ तेल अवीव में किसी सैन्य अड्डे के नीचे बंकर में बैठे हुए हैं।
IDF के इंटरनेशनल स्पीकर नदाव शोशानी ने बताया कि ईरान ने 1 अक्टूबर को इजराइल की ओर 20 से ज्यादा मिसाइलें दागीं थीं।
ईरान ने हमले के समय यह तर्क दिया था कि यह हमला हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह और अन्य की हत्या का जवाब था।
और यहीं से दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया और गहरा विवाद शुरू हो गया।
बता दें कि हिजबुल्लाह लेबनान में ईरान समर्थित आतंकवादी समूह है। ईरान के हमले के बाद इजराइल ने हमले का जवाब देने की कसम खाई थी।
ईरान के हमले के कुछ घंटों बाद ही बोलते हुए कि इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि ईरान ने आज रात एक बड़ी गलती की है और उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
इजरायली सेना के बयान में कहा गया, “7 अक्टूबर से ईरान और उसके सहयोगी लगातार इजरायल पर सात अलग-अलग मोर्चों से हमले कर रहे हैं, जिनमें ईरान की धरती से किए गए सीधे हमले भी शामिल हैं। हर स्वतंत्र देश की तरह, इजरायल का भी अधिकार और कर्तव्य है कि वह इसका जवाब दे।”
ईरानी राजधानी तेहरान में विस्फोटों की आवाज सुनी गई, और सरकारी मीडिया ने बताया कि यह आवाजें शहर के आसपास हवाई सुरक्षा प्रणाली से भी आ सकती हैं।
इस बीच, सीरिया में भी राज्य मीडिया ने बताया कि उसकी हवाई सुरक्षा प्रणाली ने वहां “दुश्मन के लक्ष्यों” को निशाना बनाया है।
गाजा पट्टी में जारी इजरायल-हमास युद्ध के दौरान ईरान ने इजरायल पर दो बार बैलिस्टिक मिसाइल हमले किए हैं, जो 7 अक्टूबर, 2023 को हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले के बाद शुरू हुए थे।
इजरायल ने लेबनान पर भी एक जमीनी हमला किया है।
यह हमला तब हुआ जब अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन मध्य पूर्व का दौरा करके वापस लौटे, जहां उन्होंने और अन्य अमेरिकी अधिकारियों ने इजरायल को चेतावनी दी थी कि वह ऐसा कोई कदम न उठाए जिससे इस क्षेत्र में संघर्ष और बढ़े और ईरान में परमाणु स्थलों को निशाना न बनाया जाए।
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता शॉन सेवेट ने एक बयान में कहा कि “हम समझते हैं कि इजरायल ईरान में सैन्य ठिकानों पर निशाना बनाकर हमले कर रहा है,” और रिपोर्टरों को अधिक जानकारी के लिए इजरायली सरकार से संपर्क करने के लिए कहा है।