उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि हर जिले का बड़ा माफिया एवं गुंडा सपा से जुड़ा था। इसे लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सीएम योगी का बिना नाम लिए सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीटकर कहा कि अब कोई अपशब्दों का विश्व रिकॉर्ड बनाने में लगा है। इंसान की ‘सोच’ ही शब्द बनकर निकलती है। सबको सन्मति दे…
दरअसल, सीएम योगी ने पिछली सपा सरकार को निशाना बनाते हुए कहा कि माफिया समानांतर सरकार चलाकर अराजकता एवं गुंडागर्दी का तांडव करते थे तो बबुआ (यहां उनका आशय शायद सपा प्रमुख अखिलेश यादव से था) घर से बाहर नहीं निकलता था। उन्होंने कहा, ‘‘बबुआ 12 बजे सोकर उठता था। जनता पिसती थी।” आदित्यनाथ ने मिल्कीपुर में एक जनसभा में कहा कि हर जिले का बड़ा माफिया एवं गुंडा सपा से जुड़ा था, उसका पदाधिकारी या शागिर्द था।
उन्होंने कहा कि मुस्लिम तुष्टिकरण की हद को पार करते हुए पर्व एवं त्योहारों में इन लोगों ने अराजकता फैलाई थी तथा होली, दीवाली, रक्षाबंधन-शिवरात्रि, रामनवमी-जन्माष्टमी पर पाबंदी लगा दी थी। एक बयान के मुताबिक उन्होंने कहा कि इन्होंने थाना, पुलिस लाइन एवं जेलों में जन्माष्टमी के आयोजनों पर रोक लगा दी थी। उन्होंने कहा कि हरे रामा, हरे कृष्णा की धुन कुछ लोगों को पसंद नहीं थी, इसलिए सपा इस पर पाबंदी लगा देती थी, कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा देती थी। आदित्यनाथ ने दुर्गा पूजा में अयोध्या में हुए दंगे की याद दिलायी। उन्होंने कहा, ‘‘सपा सरकार में देवकाली मंदिर में मूर्ति चोरी हो गई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपोत्सव पर अयोध्या के मंदिरों पर जब दीप जलते हैं तो सिर्फ सपा मुखिया और पाकिस्तान को परेशानी होती है क्योंकि इन्हें मालूम है कि अयोध्या में जलने वाला एक-एक दीप अयोध्या, प्रदेश एवं देश को रोशन करेगा और मानवता पर कैंसर बन चुके पाकिस्तान को भी नेस्तनाबूद करने का सामर्थ्य रखता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत का दुश्मन है, उसे तो परेशानी होती है, लेकिन हिंदू विरोधी मानसिकता के कारण समाजवादी पार्टी को भी दिक्कत होती है।
उन्होंने सपा प्रमुख को निशाना बनाते हुए कहा कि माफिया के सामने नाक रगड़ने और दंगाइयों के सामने घुटने टेकने वाला व्यक्ति संत परंपरा को माफिया कहता है, इनके अंदर औरंगजेब की आत्मा घुस गई है। उन्होंने कहा कि ये लोग गरीबों की जमीन पर कब्जा कर अराजकता फैलाते हैं। राजनीतिक स्वार्थ के लिए देशद्रोही तत्वों को प्रश्रय देते हैं।